रविवार को राजभवन ऑडिटोरियम में सिविल सेवा-2022 में उत्तराखण्ड के सफल अभ्यर्थियों हेतु ‘‘सम्मान समारोह’’ आयोजित किया गया। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने संघ लोक सेवा आयोग की सिविल सेवा परीक्षा-2022 में उत्तराखण्ड से चयनित 15 अभ्यर्थियों को सम्मानित किया।
राज्यपाल ने सभी सफल अभ्यर्थियों एवं उनके अभिभावकों को इस उपलब्धि के लिए बधाई एवं शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि यह आप सभी के निरन्तर कठिन परिश्रम और समर्पण का परिणाम है कि आप सभी ने इस कठिन परीक्षा में सफलता अर्जित की है। उन्होंने कहा कि कठिन परिश्रम कभी व्यर्थ नहीं जाता जिसका आप सभी उत्कृष्ट उदाहरण है। उन्होंने कहा कि सफल अभ्यर्थी अन्य छात्र-छात्राओं के लिए प्रेरणा स्रोत हैं।
राज्यपाल ने कहा कि अमृत काल के इस दौर में चयनित युवाओं की जिम्मेदारी अधिक बढ़ जाती है। उन्होंने कहा कि युवा सेवा, राष्ट्रीयता की भावनाओं को और मानवीय मूल्यों को हमेशा सर्वोपरी रखें। उन्होंने कहा कि आपके सामने बहुत बड़ी जिम्मेदारियां और संभावनाएं है। आप सभी के कार्यकाल में ही भारत को विकसित राष्ट्र और विश्व गुरु के लक्ष्य को प्राप्त करना है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि इस सेवा के माध्यम से चयनित होने वाले अधिकारी भारत की आर्थिक एवं सामाजिक परिदृश्य में नया परिवर्तन लाएंगे।
राज्यपाल ने कहा कि आपने देश की सेवा के संकल्प के साथ संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा उत्तीर्ण की है। यह आपके माता-पिता एवं हम सभी के लिए गर्व की बात है। सिविल सेवा के क्षेत्र में उत्तराखण्ड की प्रतिभाएं निरंतर सफलताएं अर्जित कर रही हैं। उन्होंने कहा कि यह संख्या बेहद कम है। उत्तराखण्ड से सिविल सेवा में अधिक से अधिक छात्र-छात्राएं उत्तीर्ण हो इसके लिए उन्हें उचित मार्गदर्शन कराया जाना बहुत जरूरी है।
उन्होंने कहा कि हमारे प्रदेश में अत्यंत प्रतिभावन छात्र-छात्राएं हैं लेकिन संसाधनों के अभावों के कारण वे पिछड़ जाते हैं। इसको देखते हुए ऐसे प्रतिभावान और सिविल सेवा में रूचि रखने वाले बच्चों के लिए तीन विश्वविद्यालयों, दून विश्वविद्यालय देहरादून, गोबिन्द बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय पंतनगर एवं श्री देव सुमन विश्वविद्यालय ऋषिकेश कैम्पस में सिविल सेवा परीक्षाओं की तैयारी कराए जाने का निर्णय लिया गया है। इसे अक्टूबर माह तक प्रारम्भ कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इन विश्वविद्यालयों में परीक्षाओं की तैयारी हेतु संकल्प कोचिंग संस्थान के अनुभवों का लाभ लिया जायेगा। उन्होंने कहा कि संकल्प संस्थान द्वारा 30 वर्ष से अधिक समय से सिविल सेवा परीक्षा हेतु बच्चों का मार्गदर्शन किया जा रहा है और यहां के आठ हजार से अधिक छात्रों ने सफलता भी अर्जित की है। उन्होंने कहा कि ऐसे संस्थान के मार्गदर्शन और इनका लाभ विश्वविद्यालयों के कोचिंग सेंटरों को अवश्य मिलेगा।
इस अवसर पर संकल्प फाउंडेशन के संस्थापक संतोष तनेजा ने सभी सफल अभ्यर्थियों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी। उन्होंने सभी सफल अभ्यर्थियों को अपने कर्तव्यों का निर्वहन पूरी जिम्मेदारी के साथ पूरा करने की अपेक्षा की। श्री तनेजा ने उत्तराखण्ड के विश्वविद्यालयों में सिविल सेवा परीक्षाओं की तैयारी हेतु मार्गदर्शन एवं हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया। सम्मान समारोह के अवसर पर सफल अभ्यर्थियों द्वारा अपने अनुभवों को भी उपस्थित छात्र-छात्राओं ने लोगों के साथ साझा किया गया। सभी ने प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्र-छात्राओं को कठिन परिश्रम, स्वयं पर भरोसा और अपने लक्ष्य की ओर कड़ी मेहनत करने की सलाह दी।