आज सुबह 4 बजकर 30 मिनट पर खुले श्री बद्रीनाथ जी के द्वार
श्री बदरीनाथ धाम।। प्रात: 4 बजकर 30 मिनट कृष्ण अष्टमी तिथि धनिष्ठा नक्षत्र में पर श्री बदरीनाथ धाम के कपाट विधि विधान व विशेष पूजा अर्चना करके दैनिक पूजा के लिए खोले गए । इसी के साथ चार धामों के कपाट खुल गए है, गंगोत्री-यमुनोत्री के कपाट 26 अप्रैल को व केदारनाथ धाम के 29 मई के दिन खुल गए थे।
देश के चार धामों में एक धाम श्री बद्रीनाथ धाम जी के कपाट खुलने के सुअवसर पर आप सभी को बहुत बहुत शुभकामनाएं। भगवान विष्णु विश्व कल्याण के लिए ही अवतरित हैं। हम सभी देशवासी भगवान बद्रीविशाल से यहीं कामना करते हैं कि विश्व का कल्याण हो और संकट के इस समय में संपूर्ण मानव जाति पर उनका आशीष बना रहे। जय बद्री विशाल- डॉ रमेश पोखरियाल निशंक , केंद्रीय मंत्री, भारत सरकार
श्री बद्ररीनाथ धाम के कपाट खुलने पर सभी को बहुत-बहुत शुभकामनाएँ। कोरोना संक्रमण के दृष्टिगत लाॅकडाउन की स्थिति में आम श्रद्धालुओं को भगवान बदरीनाथ जी के दर्शन की कुछ प्रतीक्षा करनी पड़ेगी। भगवान बदरीनाथ जी के आशीर्वाद से हम इस वैश्विक महामारी को हराने में अवश्य सफल होंगे। आपके समस्त मनोरथ पूर्ण हों, ऐसी भगवान बदरी विशाल से कामना करता हूं- त्रिवेंद्र सिंह रावत मुख्यमंत्री, उत्तराखण्ड
इस बार श्री बदरीनाथ पुष्प सेवा समिति ऋषिकेश द्वारा बदरीनाथ धाम को फूलों से सजाया गया है।
बद्रीनाथ धाम कपट खुलने के शुभ अवसर पर सीमित लोग उपस्थित रहे क्योंकि वैश्विक माहमारी कोरोना वाइरस के संक्रमण के चलते देशव्यापी लॉक डाउन घोषित है , इसके मध्यनजर सोशल डिस्टेंसिंग सहित अन्य सरकारी एडवाइजरी का पालन करना अनिवार्य है । यहां यह भी उल्लेखनीय है कि उत्तराखंड के चार धामों के कपाट खुले है जबकि कोरोना महामारी संकट टलने के बाद सभी को शीघ्र चारधाम यात्रा शुरू होने की उम्मीद है।