पीएम मोदी ने संत तुकाराम महाराज मंदिर का किया उद्घाटन, कहा- विकास और विरासत दोनों साथ-साथ बढ़ रहे हैं

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महाराष्ट्र के एक दिवसीय दौरे पर पहुंचे पीएम मोदी ने पुणे के देहू में जगतगुरु श्रीसंत तुकाराम महाराज मंदिर में संत तुकाराम महाराज की पूजा की और शिला मंदिर का उद्घाटन किया। इस दौरान पीएम मोदी ने संत तुकाराम मंदिर में पूजा-अर्चना की।

संत तुकाराम के आदर्श कई लोगों को प्रेरित करते

इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि हमारे शास्त्रों में कहा गया है कि मनुष्य जन्म में सबसे दुर्लभ संतों का सत्संग है। संतों की कृपा अनुभूति हो गई, तो ईश्वर की अनुभूति अपने आप हो जाती है। आज देहू की इस पवित्र तीर्थ-भूमि पर आकर मुझे ऐसी ही अनुभूति हो रही है। देहू का शिला मंदिर न केवल भक्ति की शक्ति का एक केंद्र है बल्कि भारत के सांस्कृतिक भविष्य को भी प्रशस्त करता है। इस पवित्र स्थान का पुनर्निर्माण करने के लिए मैं मंदिर न्यास और सभी भक्तों का आभार व्यक्त करता हूं। संत तुकाराम के आदर्श कई लोगों को प्रेरित करते हैं। वह हमें दूसरों की सेवा करने और एक दयालु समाज का पोषण करने के लिए प्रेरित करते हैं।

प्राचीन पहचान और परम्पराओं को चैतन्य रखें

पीएम मोदी ने कहा कि हमारी राष्ट्रीय एकता को मजबूत करने के लिए आज ये हमारा दायित्व है कि हम अपनी प्राचीन पहचान और परम्पराओं को चैतन्य रखें। इसलिए, आज जब आधुनिक टेक्नोलॉजी और इन्फ्रास्ट्रक्चर भारत के विकास का पर्याय बन रहे हैं, तो हम ये सुनिश्चित कर रहे हैं कि विकास और विरासत दोनों एक साथ आगे बढ़ें।

धार्मिक यात्राएं एक भारत और एक राष्ट्र की पूरक

देश के विभिन्न भागों में होने वाली धार्मिक यात्राओं का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि ये यात्राएं एक भारत और एक राष्ट्र की पूरक हैं। उन्होंने कहा कि आषाढ़ में शुरू होने वाली महाराष्ट्र की पंढरपुर यात्रा, ओडिशा में भगवान जगन्नाथ की यात्रा, मथुरा में ब्रज की परिक्रमा, काशी में पंचकोशी परिक्रमा, चार धाम और अमरनाथ यात्रा ये हमारे सामाजिक और आध्यात्मिक गतिशील के लिए ऊर्जा स्रोत की तरह हैं। हमारे संतों ने इन यात्राओं के जरिए एक भारत श्रेष्ठ भारत की भावना को जीवंत रखा है।

विकास और विरासत दोनों एक साथ बढ़ रही

पीएम मोदी ने आगे कहा कि आज जब आधुनिक टेक्नोलॉजी और इन्फ्रास्ट्रक्चर भारत के विकास का पर्याय बन रहे हैं, तो हम ये सुनिश्चित कर रहे हैं कि विकास और विरासत दोनों एक साथ आगे बढ़ें। उन्होंने कहा कि आज महाराष्ट्र के पंढरपुर पालकी मार्ग के आधुनिकीकरण के साथ ही चारधाम यात्रा के लिए नये हाईवे बन रहे हैं। वहीं अयोध्या में भव्य राम मंदिर भी बन रहा है।

तीर्थ स्थानों और पर्यटन स्थलों का विकास

उन्होंने कहा कि काशी विश्वनाथ धाम परिसर भी अपने नये स्वरूप में उपस्थित है। सोमनाथ में भी विकास के बड़े काम किये गये हैं। पूरे देश में प्रसाद योजना के तहत तीर्थ स्थानों और पर्यटन स्थलों का विकास किया जा रहा है। रामायण सर्किट का भी विकास किया जा रहा है। पिछले आठ वर्षों में बाबा साहेब अंबेडकर के पंचतीर्थों का भी विकास हुआ है।

संत तुकाराम महाराज पालकी मार्ग का निर्माण

प्रधानमंत्री ने कहा कि कुछ महीने पहले उन्हें 2 राष्ट्रीय राजमार्गों को 4-लेन में बदलने के लिए पालकी मार्ग पर आधारशिला रखने का अवसर मिला। श्री संत ज्ञानेश्वर महाराज पालकी मार्ग का निर्माण 5 चरणों में और संत तुकाराम महाराज पालकी मार्ग का निर्माण 3 चरणों में किया जाएगा। इन सभी चरणों में 11,000 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से 350 किमी से अधिक लंबे राजमार्ग बनाए जाएंगे। इन सभी प्रयासों से क्षेत्र के विकास को गति मिलेगी।

दुनिया की प्राचीनतम जीवित सभ्यताओं में से एक

पीएम मोदी ने कहा कि यह गर्व का विषय है कि हम दुनिया की प्राचीनतम जीवित सभ्यताओं में से एक हैं। इसका श्रेय भारत की संत परंपरा और ऋषियों मनीषियों को जाता है। उन्होंने कहा कि भारत शाश्वत है, क्योंकि भारत संतों की धरती है। हर युग में यहां देश और समाज को दिशा देने के लिए कोई न कोई महान आत्मा अवतरित होती रही है। आज देश संत कबीरदास की जयंती मना रहा है।

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