उत्तर प्रदेश में ‘राष्ट्रीय राशन पोर्टेबिलिटी’ से उपभोक्ताओं को मिल रहा है लाभ ,
मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार प्रदेश के हर जरूरतमंद को खाद्यान्न उपलब्ध कराने का उत्तर प्रदेश सरकार का सतत प्रयास जारी है। खाद्यान्न वितरण की वस्तुस्थिति से अवगत होने के उद्देश्य से खाद्य आयुक्त, समस्त अपर खाद्य आयुक्त एवं समस्त विशेष सचिव गण विभिन्न क्षेत्रों में निरीक्षण कर रहे हैं।
अवरुद्ध प्रवासियों हेतु ‘आत्मनिर्भर भारत योजना’ अंतर्गत जून की पहली तारीख से 05 किलो खाद्यान्न प्रति व्यक्ति और 01 किलो चना प्रति परिवार, उचित दर विक्रेता द्वारा EPOS के माध्यम से वितरण प्रारंभ है।
20 मार्च से अब तक 11.5 लाख सामान्य स्थायी NFSA राशन कार्ड और 30 लाख से अधिक यूनिट पुराने NFSA कार्डों में जोड़कर भी प्रवासी/अवरुद्ध प्रवासी जनों को राशन प्रदान किया जा रहा है।
उत्तर प्रदेश में अब तक 1.58 लाख नए अस्थायी राशन ID बना कर 3.66 लाख प्रवासियों को 02 माह का राशन जून के दो चक्र साइकल में दिया जा रहा है। अब तक 26,450 प्रवासियों को अस्थायी राशन ID जारी कर राशन दिया जा चुका है।
01 जून से 11 जून तक, सामान्य वितरण चक्र में गेहूं और चावल दोनों प्रदान किया जा रहा है। अब तक 1.03 करोड़ परिवारों के 4.34 करोड़ लोगों को 2.48 लाख MT राशन (गेहूं और चावल) तथा 10,218 MT चना वितरण हुआ है।
उत्तर प्रदेश में 01 मई से ‘राष्ट्रीय राशन पोर्टेबिलिटी’ योजना लागू की गई है। अब तक 2.39 लाख अंतःजनपदीय,18,424 अंतर्जनपदीय लाभार्थियों ने राज्य स्तरीय पोर्टेबिलिटी का लाभ लिया। हरियाणा के 06 लाभार्थियों ने पोर्टेबिलिटी सुविधा का लाभ उठाते हुए राशन प्राप्त किया।
दिव्यांग/नि:शक्त जनों तथा हॉटस्पॉट में कम्प्लीट लॉकडाउन की स्थिति में राशन की होम डिलीवरी की जा रही है। अब तक 3,162 दिव्यांग/नि:शक्त जनों के परिवारों को राशन की होम डिलीवरी की गई है।प