मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी आज रेसकोर्स में आयोजित 10 दिवसीय अखिल गढ़वाल सभा देहरादून द्वारा आयोजित कौथिग उत्तराखण्ड महोत्सव में शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में अखिल गढ़वाल सभा जैसी संस्थाएं सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण और संवर्धन में भी अहम भूमिका निभा रही हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस महोत्सव में पहाडों के लोक गीत, लोक नृत्य और संस्कृति के विविध रूप दर्शकों को देखने को मिलेंगे। उन्होंने कहा कि जब हमारी युवा पीढ़ी अपनी सांस्कृतिक विरासत के महत्व को पहचानेगी तभी इससे उनका जुड़ाव भी होगा।
उन्होंने कहा कि सरकार भी राज्य की समृद्ध लोक संस्कृति एवं सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण के लिए प्रयास कर रही है। उत्तराखण्ड को देश और दुनिया का नम्बर वन पर्यटन प्रदेश बनने के साथ ही अपनी समृद्ध सांस्कृतिक को वैश्विक पटल पर पहचान दिलाने के लिये भी हम प्रयासरत हैं। मुख्यमंत्री श्री धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में देश में जो सांस्कृतिक पुनर्जागरण का महा अभियान चल रहा है, उसमें उत्तराखण्ड भी अपना योगदान दे रहा है। उत्तराखण्ड में भी केन्द्र सरकार के सहयोग से प्राचीन धार्मिक स्थलों के पुनरुद्धार का कार्य किया जा रहा है”: इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, विधायक श्री खजान दास, श्री प्रमोद नैनवाल, श्री सुरेश गढ़िया, अखिल गढ़वाल सभा के अध्यक्ष श्री रोशन धस्माना, महासचिव श्री गजेन्द्र भण्डारी, सहित अन्य लोग मौजूद रहे।