ड्राइविंग लाइसेंस, पैन या आधार कार्ड अब साथ लेकर चलने की जरूरत नहीं, डिजिलॉकर की व्हाट्सएप सर्विस का करें प्रयोग

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डिजिटल इंडिया के जमाने में अब अपने साथ तमाम तरह के दस्तावेज लेकर चलना बहुत जल्द पुरानी बात होगी। स्वास्थ्य और इलाज से जुड़े दस्तावेज सुरक्षित रखने के लिए हाल ही में सरकार ने आभा ऐप लॉन्च किया है। उसी तरह डिजिलॉकर पर भी लोग अपने अन्य जरूरी दस्तावेद सेव कर सकते हैं। लेकिन अच्छी खबर ये है कि अब डिजिलॉकर की सेवाओं का प्रयोग व्हाट्सएप पर भी कर सकते हैं। क्या है डिजिलॉकर और कैसे कर सकते हैं व्हाट्सएप पर प्रयोग और कौन-कौन से डॉक्यूमेंट रख सकते हैं सेव जानते हैं…

सरकारी सेवाओं को सुलभ, समावेशी, पारदर्शी और सरल बनाने की एक बड़ी पहल के रूप में माईगव ने घोषणा की है कि नागरिक अब डिजिलॉकर सेवाओं का उपयोग करने के लिए व्हाट्सएप पर माईगव हेल्पडेस्क का उपयोग कर सकेंगे। इन सेवाओं में व्हाट्सएप पर डिजिलॉकर खाते बनाना और उन्हें प्रमाणित करना, पैन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, वाहन पंजीकरण प्रमाण-पत्र जैसे दस्तावेज डाउनलोड करना शामिल हैं।

सरकारी सेवाओं को सुनिश्चित करने की दिशा में कदम

दरअसल, केंद्र सरकार डिजिटल इंडिया के माध्यम से ‘ईज ऑफ लिविंग’ के लिए काम कर रही है। इस संदर्भ में व्हाट्सएप पर माईगव हेल्‍प डेस्‍क नागरिकों के लिए महत्वपूर्ण शासन और सरकारी सेवाओं को सुनिश्चित करने की दिशा में एक प्रमुख कदम है। माईगव हेल्पडेस्क अब डिजिलॉकर सेवाओं से शुरू होकर एकीकृत नागरिक सहायता और कुशल शासन के लिए कई सेवाएं प्रदान करेंगी। नई सेवा नागरिकों को उनके घरों पर ही निम्नलिखित दस्तावेजों तक आसानी और सुविधा के साथ पहुंच स्थापित करने में सक्षम बनाएगी।
इस जरूरी डॉक्यूमेंट को रख सकते हैं सुरक्षित

–पैन कार्ड
–ड्राइविंग लाइसेंस
–सीबीएसई दसवीं कक्षा उत्तीर्ण प्रमाण-पत्र
–वाहन पंजीकरण प्रमाण-पत्र (RC)
–बीमा पॉलिसी – दुपहिया
–10 कक्षा की अंक तालिका (मार्कशीट)
–12 कक्षा की अंक तालिका (मार्कशीट)
–बीमा पॉलिसी दस्तावेज (डिजिलॉकर पर उपलब्ध लाइफ और नॉन लाइफ)

इस नंबर पर मिलेगी सुविधा

देश भर में व्हाट्सएप उपयोगकर्ता व्हाट्सएप नंबर +91 9013151515 पर केवल ‘नमस्ते या Hi या डिजिलॉकर’ भेजकर चैटबॉट का उपयोग कर सकते हैं।
डिजिलॉकर जैसे नए संवर्धनों के साथ व्हाट्सएप पर माईगव चैटबॉट का उद्देश्य नागरिकों के लिए संसाधनों और आवश्यक सेवाओं तक पहुंच स्‍थापित करने के लिए डिजिटल रूप से समावेशी एक व्यापक प्रशासनिक सहायता प्रणाली का निर्माण करना है।
माईगव हेल्पडेस्क पर डिजिलॉकर सेवाओं का प्रस्ताव एक स्वाभाविक प्रगति है, जो नागरिकों को व्हाट्सएप के आसान और सुलभ प्लेटफॉर्म के माध्यम से आवश्यक सेवाओं तक एक सरल पहुंच प्रदान करने की दिशा में बढ़ाया गया एक कदम है।

क्या है डिजिलॉकर

डिजिटल इंडिया अभियान के तहत पीएम मोदी ने जुलाई 2015 में डिजीलॉकर लॉन्च किया था। डिजीलॉकर में देश के नागरिक पैन कार्ड, वोटर आईडी, पासपोर्ट आदि के साथ कोई भी सरकारी प्रमाण-पत्र स्टोर कर सकते हैं। डिजिलॉकर की वेबसाइट या ऐप किसी पर भी अकाउंट बना कर डॉक्यूमेंट सेव कर सकते हैं। अकाउंट खोलने के लिए आधार कार्ड का होना जरूरी है।
डिजिलॉकर पर लगभग 100 मिलियन से अधिक लोग पंजीकृत हैं और अब तक 5 बिलियन से अधिक दस्तावेज जारी किए जा चुके हैं। व्हाट्सएप पर ये सेवाएं लाखों लोगों को डिजिटल रूप से सशक्त बनाएगी और उन्हें उनके फोन द्वारा प्रामाणिक दस्तावेजों और जानकारियों तक पहुंच स्‍थापित करने में सहायता प्रदान करेंगी। यह सार्वजनिक सेवाओं के वितरण को सुगम और बेहतर बनाने के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी के विजन के अनुरूप है।

माईगव हेल्पडेस्क का लोग कर रहे प्रयोग

बता दें कि इससे पहले मार्च 2020 में अपने लॉन्च के बाद से व्हाट्सएप पर माईगव हेल्पडेस्क (जिसे पहले माईगव कोरोना हेल्पडेस्क के नाम से जाना जाता था) ने लोगों को कोविड से संबंधित जानकारी के प्रामाणिक स्रोतों के साथ-साथ वैक्सीन लेने के लिए समय निर्धारित करने और वैक्सीन प्रमाण-पत्र डाउनलोड करने जैसे महत्वपूर्ण उपयोगों के साथ कोविड-19 महामारी से लड़ने में महत्वपूर्ण साधन के रूप में काम किया है। अब तक 80 मिलियन से अधिक लोग हेल्पडेस्क से जुड़ चुके हैं और 33 मिलियन से अधिक वैक्सीन प्रमाण-पत्र डाउनलोड किए जा चुके हैं। इसके माध्यम से देश भर में लाखों टीकाकरण के अपॉइंटमेंट भी बुक किए जा चुके हैं।

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