प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तीन यूरोपीय देशों की यात्रा के दूसरे चरण में डेनमार्क की राजधानी कोपेनहेगन पहुंच गये हैं। वे डेनमार्क के प्रधानमंत्री मेटे फ्रेडरिकसन के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे। दोनों नेता ग्रीन कार्यनीतिक साझेदारी की प्रगति की समीक्षा करेंगे। भारत और डेनमार्क के बीच अपनी तरह की यह पहली व्यवस्था है। श्री मोदी क्वीन माग्रेट द्विवीतीय के साथ भी भेंट करेंगे। प्रधानमंत्री की यात्रा से दोनों पक्षों को कौशल विकास, जहाजरानी, कृषि प्रौदयोगिकी और मोबिलिटी के क्षेत्रों में साझेदारी को नया रूप देने का अवसर मिलेगा।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी वहां दूसरे भारत-नॉर्डिक शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे। डेनमार्क ने इस सम्मेलन का आयोजन किया है। सम्मेलन में महामारी के बाद आर्थिक बहाली, जलवायु परिवर्तन, नवाचार, प्रोदयोगिकी और नवीकरणीय ऊर्जा जैसे विषयों सहित वैश्विक सुरक्षा परिदृश्य और भारत-नॉर्डिक देशों के बीच सहयोग के संबंध में विशेष रूप से चर्चा होगी। नॉर्डिक देश भारत के लिए स्थिरता, नवीकरणीय ऊर्जा, डिजिटलीकरण और नवाचार में महत्वपूर्ण भागीदार हैं। प्रधानमंत्री की इस यात्रा से नॉर्डिक क्षेत्र के साथ भारत के बहुआयामी सहयोग का विस्तार करने में मदद मिलेगी।
विदेश यात्रा के अंतिम चरण में प्रधानमंत्री श्री मोदी कुछ समय के लिए पेरिस में रूकेंगे, जहां फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से मुलाकात करेंगे। फ्रांस में राष्ट्रपति चुनाव के बाद श्री मोदी की फ्रांस यात्रा दोनों देशों के बीच उच्च स्तरीय गतिविधियों को आगे बढ़ाने का अवसर प्रदान करेगी।