राजभवन में इस वर्ष वसंतोत्सव का आयोजन आठ और नौ मार्च को किया जाएगा। इस दौरान मां यमुना के मन्दिर में अर्पित की जाने वाली यमुना तुलसी और कुंज पर पोस्टल कवर, डाक विभाग की ओर से जारी किया जाएगा। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में वसंतोत्सव के आयोजन के संबंध में विभिन्न निर्णय लिए गए। राज्यपाल के निर्देशानुसार इस वर्ष लोकपर्व फूलदेई के आयोजन के साथ राजभवन में वसंतोत्सव-2022 का शुभारम्भ किया जाएगा। इस अवसर पर बालिकाएं राजभवन में फूलदेई पर्व की औपचारिकताएं पूरी करेंगी। महिला स्वयं सहायता समूहों की ओर से फूड कोर्ट लगाए जाएंगे। स्थानीय भोजन को वरीयता दी जाएगी। वसंतोत्सव में शहद उत्पादन, इत्र, ऐरामेटिक पौधों, औषधीय जड़ी-बूटियों को प्रोत्साहित किया जाएगा। मशरूम, शहद उत्पादन, जड़ी बूटी, जैविक खेती आदि क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले पांच ब्रांड अम्बेसडर को सम्मानित भी किया जाएगा। इस वर्ष फूलों की प्रदर्शनी के साथ ही विभिन्न सजावटी गमलों की प्रदर्शनी भी आकर्षण का मुख्य केन्द्र रहेगी, जिससे गमले बनाने वाले कारीगरों व छोटे उद्यमियों को प्रोत्साहन मिल सके। इस वसंतोत्सव में 5 वर्ष से 18 वर्ष आयु वर्ग के सभी स्कूली बच्चों के लिए पेंटिग प्रतियोगिता का भी आयोजन किया जाएगा। पुष्प प्रदर्शनी आम जनता के लिए 8 मार्च को दोपहर 12 बजे से सांय 6 बजे तक और 9 मार्च को सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक खुली रहेगी। इस वर्ष कुल 13 श्रेणियों में 147 पुरस्कार वितरित किए जाएंगे। 8 मार्च को ही सायं संस्कृति विभाग के सौजन्य से लोक कलाकारों द्वारा राज्य की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत की झलक प्रस्तुत की जायेगी। वसंतोत्सव में फूलों की होली सांस्कृतिक कार्यक्रमों की थीम होगी। आई.टी.बी.पी, आई.एम.ए बैण्ड के साथ ही अन्य विशिष्ट प्रदर्शनों द्वारा आकर्षक प्रस्तुति दी जाएगी। उत्सव में 33 विभाग व संस्थाएं प्रतिभाग करेंगी। राज्यपाल ने 92 केन्द्रीय संस्थानों को भी इस आयोजन में सम्मिलित करने के निर्देश दिए। 9 मार्च को ‘पुष्प प्रदर्शनी’ के अन्तर्गत आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेता प्रतिभागियों को राज्यपाल द्वारा पुरस्कृत करने के साथ ही दो दिवसीय कार्यक्रम का समापन होगा। ‘ऑन द स्पॉट फोटोग्राफी’ भी आयोजित की जाएगी।