राजस्थान स्थापना दिवस : पर्यटकों की पसंद और इतिहास का साक्षी है राजस्थान

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राजा-रजवाड़ों का गढ़ , महाराणा प्रताप , महाराणा सांगा जैसे वीर राजपूत योद्धाओं की जन्मभूमि होने के साथ-साथ अनूठी संस्कृति और लोककलाओं से सुसज्जित राजस्थान आज अपना 73 वां स्थापना दिवस मना रहा है ।

शौर्य और बलिदान का प्रतीक

राजस्थान अपनी लोक कला और समृद्ध संस्कृति के साथ-साथ राजा- महाराजाओं के शौर्य और बलिदान के लिए भी जाना जाता है। यहां का पहनावा, खान-पान, भाषा, पर्यटन स्थल बेहद खास है। इतिहासकारों के अनुसार राजस्थान का अतीत दुनिया की सबसे पुरानी सिंधु सभ्यता के निशानी को समेटे हुए है।

पीएम मोदी ने दी शुभकामनाएं

प्रदेश के सभी निवासियों को राजस्थान दिवस की बधाई देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि राजस्थान वीरता , आत्मसम्मान और बलिदान की धरती है। उन्होंने प्रदेश की उन्नति की भी कामना की ।

स्वयं में एक बहुत बड़ा इतिहास

राजस्थान की परिधि स्वयं में एक बहुत बड़ा इतिहास समेटे हुए है। जिसमें एक तरफ जहां राजपूतों की वीरता है तो वही वीरांगनाओं की भी कमी नहीं है । पन्नाधाय जैसी बलिदानी माता , मीरा जैसी भक्त इसी राजस्थान की शान है । राजस्थान शब्द का अर्थ ही कहा जाता है राजाओं का स्थान, क्योंकि यह राजपूत राजाओं सुरक्षित भूमि थी इसीलिए राजस्थान कहलाई ।

भौगोलिक विशेषताएं

भौगोलिक विशेषताओं में इसके पश्चिम में थार मरुस्थल और घग्गर नदी का अंतिम छोर है। विश्व की पुरातन श्रेणियों में प्रमुख अरावली श्रेणी राजस्थान की एक मात्र पर्वत श्रेणी है, जो कि पर्यटन का केन्द्र है, माउंट आबू और विश्वविख्यात दिलवाड़ा मंदिर सम्मिलित करती है। राजस्थान में तीन बाघ अभयारण्य, मुकंदरा हिल्स , रणथम्भौर एवं सरिस्का हैं और भरतपुर के समीप केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान है, जो सुदूर साइबेरिया से आने वाले सारसों और बड़ी संख्या में स्थानीय प्रजाति के अनेकानेक पक्षियों के संरक्षित-आवास के रूप में विकसित किया गया है।

पर्यटकों की पसंद

पर्यटन की दृष्टि से भी राजस्थान एक महत्वपूर्ण राज्य रहा है | भारत के अंदर के साथ-साथ विदेशों से भी लोग राजस्थान के धरोहरों को देखने बड़ी संख्या में आते हैं ।

73वां स्थापना दिवस

राजस्थान की स्थापना के मौके पर राज्य स्तरीय समारोह को राजस्थान उत्सव 2022 के रूप में मनाया जा रहा है । राजधानी जयपुर में इस दिवस के उपलक्ष्य में रंगारंग कार्यक्रम सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं । इन कार्यक्रमों को जनता तक पहुंचाने के लिए वर्चुअल व्यवस्था की गई है ।

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