राज्यपाल Lt Gen Gurmit Singh ने शुक्रवार को महिंद्रा ग्राउंड में देहरादून छावनी परिषद द्वारा आयोजित दो दिवसीय “दून स्वच्छता चौपाल” का शुभारंभ किया। इस दौरान राज्यपाल ने विभिन्न स्टॉल्स का निरीक्षण कर आधुनिक तकनीक से बने कूड़ा निस्तारण उपकरणों व प्लास्टिक वेस्ट से बने उत्पादों की जानकारी ली।
राज्यपाल ने कार्यक्रम में लगे स्टॉल्स की सराहना करते हुए कहा कि विभिन्न संस्थानों और सामाजिक संगठनों द्वारा वेस्ट मटेरियल को बेस्ट मटेरियल के रूप में परिवर्तित कर उसको उपयोगी बनाया है, जो कि सराहनीय है। उन्होंने छावनी परिषद को इस आयोजन हेतु बधाई देते हुए कहा कि अब समय आ गया है कि प्लास्टिक और वेस्ट मटेरियल पर गंभीरता से विचार किया जाए व अपने आसपास इसके प्रति जन- जागरूकता फैलाई जाए।
राज्यपाल ने कहा कि वर्ष 2014 से देश में स्वच्छता को लेकर एक नई क्रांति की शुरुआत हुई है, जिसे प्रधानमंत्री जी द्वारा ‘स्वच्छ भारत मिशन’ के रूप में आगे बढ़ाया गया है। उन्होंने कहा कि यह बदलाव की शुरुआत है और आने वाले समय में यह बदलाव की लहर बहुत दूर तक जाएगी।
राज्यपाल ने कार्यक्रम में मौजूद समस्त शहरी निकाय एवं पंचायत प्रमुख से अपेक्षा की है कि वे सभी अपने क्षेत्रों में इंदौर मॉडल को अपनाते हुए अपने नगर निकायों को स्वच्छ बनाएंगे। राज्यपाल ने कहा कि स्वच्छता बनाए रखने के लिए स्वच्छता मित्रों का सम्मान करना बेहद जरूरी है, उन्होंने कहा कि स्वच्छता मित्र ईश्वर के सबसे बड़े दूत के रूप में होते हैं, जो हमारे आसपास स्वच्छता बनाए रखने में हमारे सहयोगी होते हैं। उन्होंने कहा कि भारत एक विकसित राष्ट्र के रूप में आगे बढ़ रहा है, भारत के साथ ही उत्तराखण्ड भी विभिन्न क्षेत्रों में तेजी से आगे बढ़ रहा है। राज्यपाल ने कहा कि उत्तराखण्ड में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं, लेकिन पर्यटन को आगे बढ़ाने के लिए हमें हमारे पर्यटक स्थलों पर साफ-सफाई रखना बेहद जरूरी है। हमारे धार्मिक एवं पर्यटक स्थल प्रदेश में पर्यटकों की संख्या में और अधिक वृद्धि होगी, जिसके जरिए प्रदेश की आर्थिकी में भी वृद्धि होगी। राज्यपाल ने कहा कि उन्हें पूर्ण विश्वास है कि इस दो दिवसीय चौपाल के माध्यम से सभी नगर निकायों के प्रतिनिधि एक संकल्प को लेकर जाएँगे और अपने क्षेत्र को स्वच्छ बनाकर उसको उत्कृष्ट बनाएँगे।