विकास के राजमार्ग पर भारत, हाइवे निर्माण में हुई 7 गुना वृद्धि

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देश के सुदूर क्षेत्रों तक सड़क कनेक्टिविटी बढ़ाने की दिशा में प्रतिबद्ध केंद्र सरकार अभूतपूर्व गति के साथ राजमार्गों का निरंतर विस्तार कर रही है। यानि भारत विकास के राजमार्ग पर चल रहा है। गौरतलब हो, आजादी से अब तक राष्ट्रीय राजमार्गों की लंबाई में 7 गुना की वृद्धि हुई है। यह अपने आप में एक बड़ी उपलब्धि है।

देश में राष्ट्रीय राजमार्गों की लंबाई

1950-51 में राष्ट्रीय राजमार्गों की लंबाई 19,811 किलोमीटर थी जो 2021-22 में बढ़कर 1,40,995 हो गई। वहीं 2013-14 में 4,260 किलोमीटर की तुलना में 2021-22 में 13,327 किलोमीटर राष्ट्रीय राजमार्ग का निर्माण किया जा रहा है। याद हो, आर्थिक समीक्षा 2021-22 में केंद्र सरकार ने यह बताया था कि 2020-21 में प्रतिदिन सड़क निर्माण बढ़कर 36.5 किलोमीटर हुआ, यानि उससे पिछले साल की तुलना में 30.4 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई थी।

दरअसल, वर्ष 2020-21 में सरकार ने प्रतिदिन सड़क निर्माण की सीमा को बढ़ाकर 36.5 किलोमीटर प्रतिदिन किया था जो 2019-20 में 28 किलोमीटर प्रतिदिन थी, इस प्रकार इसमें 30.4 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज हुई है। यह एक उदाहरण मात्र है जिससे यह स्पष्ट होता है कि आखिर किस प्रकार सड़क निर्माण कार्य को सरकार द्वारा रफ्तार दी गई और कम समय में ही देश ने इतनी बड़ी उपलब्धि हासिल की।

2022-23 में 18 हजार किमी राष्ट्रीय राजमार्ग बनाएगी सरकार

ऐसे में यह कहना बिलकुल सही होगा कि केंद्र सरकार लगातार विकास को रफ्तार देने में लगी है। कोरोना की स्थिति के बीच भी देश में सड़क निर्माण कार्य जारी रहा। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी इस संबंध में बता चुके हैं कि इस बार सरकार वर्ष 2022-23 में प्रतिदिन 50 किलोमीटर की रिकॉर्ड गति से 18,000 किलोमीटर राष्ट्रीय राजमार्ग का निर्माण करने के लिए प्रतिबद्ध है।

50 K.M. प्रतिदिन की रिकॉर्ड गति से निर्माण कार्य जारी

इस महत्वाकांक्षी लक्ष्य को पूरा करने के उद्देश्य से देशभर में राष्ट्रीय राजमार्ग (NH) नेटवर्क का विस्तार करने के लिए वर्ष 2022-23 में 50 किलोमीटर प्रतिदिन की रिकॉर्ड गति से 18,000 किलोमीटर के राष्ट्रीय राजमार्ग का निर्माण कार्य प्रगति पर है।

2025 तक 2 लाख K.M.राष्ट्रीय राजमार्ग नेटवर्क विकसित करने का लक्ष्य

कुल मिलाकर वर्ष 2025 तक 2 लाख किलोमीटर राष्ट्रीय राजमार्ग नेटवर्क विकसित करने का लक्ष्य निर्धारित है। समयबद्ध और लक्ष्योन्मुखी मार्ग में विश्व स्तरीय सड़क अवसंरचना के निर्माण पर भारत सरकार का मुख्य फोकस है क्योंकि सड़क अवसंरचना ही ”आत्मनिर्भर भारत” की आत्मा है।

NHAI का विशेष योगदान

उल्लेखनीय है कि NHAI ने कुल मिलाकर सभी क्षेत्रों में रिकॉर्ड वृद्धि दर्ज की है। 2021-22 के दौरान, एनएचएआई ने पूरे देश में कुल 6,306 किलोमीटर की परियोजनाएं प्रदान की, जो उससे पहले के तीन वर्षों में प्राधिकरण द्वारा प्रदान की गई सबसे अधिक लंबाई की सड़क है। इसका मतलब यह हुआ कि NHAI ने उम्मीद से भी अधिक रफ्तार के साथ देश में राष्ट्रीय राजमार्ग नेटवर्क विकसित करने का काम किया। केवल इतना ही नहीं साल 2021-22 के दौरान 1,68,770 करोड़ रुपए की लागत के साथ राजमार्ग के बुनियादी ढांचे के विकास के लिए NHAI द्वारा पूंजीगत व्यय भी अपने उच्चतम स्तर पर रहा।

‘भारत माला परियोजना’ हो रही लागू

इसके अलावा एनएचएआई देश में भारतमाला परियोजना को भी लागू कर रहा है, जो भारत का अब तक का सबसे बड़ा राजमार्ग बुनियादी ढांचा कार्यक्रम है, जिसमें 34,800 किलोमीटर के राष्ट्रीय राजमार्ग गलियारों का विकास 5.35 लाख करोड़ रुपए के निवेश से किया गया है। वहीं 22 ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे और प्रवेश-नियंत्रित कॉरिडोर को भारतमाला परियोजना के हिस्से के रूप में विकसित किया जा रहे हैं, जिनकी लंबाई 8,400 किलोमीटर और उसकी पूंजीगत लागत 3.6 लाख करोड़ रुपए तय है। इसका उद्देश्य सिर्फ विकासशील राजमार्गों से अलग हटकर देखना है और इसमें बुनियादी ढांचे की रूपरेखा का समग्र और एकीकृत विकास शामिल है।

‘पीएम गति शक्ति’ जैसी पहल – मल्टी-मोडल कनेक्टिविटी के लिए राष्ट्रीय मास्टर प्लान, विभिन्न मंत्रालयों और राज्य सरकारों की बुनियादी ढांचा योजनाओं को एक साथ लाता है। इसके अलावा, देश के लॉजिस्टिक्स बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए, एनएचएआई द्वारा राष्ट्रीय राजमार्ग लॉजिस्टिक्स प्रबंधन लिमिटेड (एनएचएलएमएल) के माध्यम से एनएचएआई के 100 प्रतिशत स्वामित्व वाले एसपीवी के माध्यम से 35 मल्टी-मॉडल लॉजिस्टिक्स पार्क (एमएमएलपी) विकसित किए जा रहे हैं।

सड़क निर्माण में भारत बना चुका विश्व रिकॉर्ड

ज्ञात हो सड़क निर्माण कार्य में भारत विश्व रिकॉर्ड तक कायम कर चुका है। भारत ने कम से कम समय में 75 किलोमीटर की लंबी सड़क बनाकर यह रिकॉर्ड कायम किया था। जी हां, कुल 105 घंटे और 33 मिनट में NH53 पर एक ही लेन में 75 किलोमीटर बिटुमिनस कंक्रीट बिछाने में NHAI ने नया गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया था। यह काम 3 जून 2022 को सुबह 7:27 बजे शुरू हुआ था और 7 जून 2022 को शाम 5 बजे पूरा हुआ।

विश्व स्तर के राष्ट्रीय राजमार्गों का हो रहा निर्माण

इस प्रकार NHAI न केवल विश्व स्तर के राष्ट्रीय राजमार्गों का निर्माण कर रहा है, बल्कि दुर्घटना मुक्त राष्ट्रीय राजमार्गों के निर्माण में भी गहरी रुचि ले रहा है। राजमार्ग दुर्घटनाओं को कम करने के लिए, कुछ हिस्सों को जीरो फैटलिटी कॉरिडोर के रूप में अपनाया गया है। एनएचएआई राष्ट्रीय राजमार्ग बुनियादी ढांचे को तीव्र गति से विकसित करने और राष्ट्रीय राजमार्गों पर सुरक्षित, सुगम और निर्बाध यात्रा की सुविधा प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।

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