गांधी जयंती के अवसर पर 2 अक्टूबर, 2020 से चल रहे “स्वच्छता पखवाड़ा” के अंतिम दिन आज माटी, जैव विविधता संरक्षण और सामाजिक अनुसंधान संगठन, देहरादून ने जूलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया, उत्तर क्षेत्रीय केंद्र, देहरादून और भारतीय वनस्पति सर्वेक्षण, उत्तर क्षेत्रीय केंद्र, देहरादून के सहयोग से देहरादून (उत्तराखंड) में गांधी पार्क, राजपुर रोड व आसपास के क्षेत्रों में “कोविड-19 और स्वच्छता जागरूकता अभियान” चलाया गया। इस अभियान का मकसद स्थानीय लोगों के बीच कोविड-19 के दौरान स्वच्छता के महत्व एवं कोरोना महामारी कोविड-19 से संबन्धित भारत सरकार द्वारा दी गई निर्देशों और दिशानिर्देशों के बारे में लोगों में जागरूकता पैदा करना था।
इस जन जागरूकता अभियान के तहत माटी संस्था, देहारादून की सह-संस्थापक व वैज्ञानिक डॉ० अंकिता राजपूत ने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए अभियान के मकसद के बारे में बताया व जागरूक किया। अपने सम्बोधन में डॉ० अंकिता नें कहा कि, देश का जिम्मेदार नागरिक होने के नाते प्रत्येक का कर्तव्य है कि वह व्यक्तिगत स्वच्छता और शहर की स्वच्छता को बनाए रखने पर ध्यान दे। स्वच्छता हमें स्वस्थ रखने में बहुत सहायक है और कोविद -19 के इस संकटकाल में जीवन रक्षक साबित हो सकती है। उन्होंने कहा की लोगों को स्वस्थ स्वच्छता, आवासीय स्वच्छता, कचरे के पुनर्चक्रण और प्लास्टिक के कम से कम उपयोग आदि जैसे आदतों को अपने दैनिक जीवन में शामिल करनी चाहिए। अगर हम इन तमाम आदतों को अपने जीवन में शामिल नही करते है तों हम अपने पर्यावरण और समाज के लिए समस्याएं पैदा करते रहेंगे।
इस संगठन के संस्थापक व वैज्ञानिक डॉ० वेद प्रकाश ने भी लोगो से बातचीत करते हुए उन्हें मास्क पहनने, हाथ धोने / हाथ धोने और मास्क पहनने के महत्व के बारे में बताया है। उन्होंने उन पुलिसकर्मियों के साथ भी बातचीत की व कोरोना संकट के दौरान उनके कार्य की सराहना की। पुलिस के जवानों ने बताया की लोग कोरोना के प्रति लापरवाही बरत रहे है सहयोग नहीं कर रहे हैं जिससे की यह बीमारी और भी संकट पैदा कर सकती है। अंत में उन्होंने कहा कि “महात्मा गांधी ने एक स्वच्छ और स्वच्छ देश का सपना देखा था, इसलिए हमारी जिम्मेदारी है कि हम उनके शब्दों पर ध्यान दें और उनके दिखाए मार्ग पर चलें। “
इस जागरूकता अभियान के तहत डॉ० गौरव शर्मा, कार्यालय प्रभारी, वैज्ञानिक ‘ई’, जूलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया, एन०आर०सी०, देहरादून ने आसपास के लोगों के साथ बातचीत की और स्वच्छता और स्वास्थ्य के बीच संबंधों पर ध्यान केंद्रित किया, उन्होंने बताया कि स्वस्थ रहने के लिए स्वच्छता बहुत आवश्यक है, न केवल व्यक्तिगत स्वच्छता बल्कि स्वच्छ वातावरण और स्वच्छ शहर भी हमारे मन और मस्तिष्क को पोषण देते हैं।
डॉ० एस० के० सिंह, कार्यालय प्रभारी, वरिष्ठ वैज्ञानिक, वनस्पति सर्वेक्षण भारत, एनआरसी, देहरादून ने भी लोगों से कहा कि वे एकजुट हों और अपने पर्यावरण को साफ करने में मदद करें, क्योंकि हम सभी एक राष्ट्र के हैं और हमारी प्रगति तभी संभव है तभी हमारा राष्ट्र प्रगति करेगा।
इस जन जागरूकता अभियान के तहत माटी संस्था के डॉ० साधना अवस्थी, डॉ० हिमानी बडोनी, श्री जोखन शर्मा, सुश्री मेघा बिष्ट, सुश्री प्रतीक, सुश्री अनुप्रिया, सुश्री शेफाली, सुश्री श्वेता, सुश्री उर्वशी और श्री गौरव सहित माटी संस्था की सभी वैज्ञानिक व कर्मचारीगण उपस्थित रहे। साथ ही जूलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया, एन०आर०सी० तथा वनस्पति सर्वेक्षण भारत, एन०आर०सी०, देहरादून के वैज्ञानिक, आधिकारी व कर्मचारीगण भी मौजूद रहे