बरसात के बाद शुरू होने वाली श्री केदारनाथ यात्रा की तैयारियों को लेकर जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने समीक्षा बैठक लेते हुए निर्देश दिए कि केदारनाथ धाम में आने वाले तीर्थ यात्रियों को कोई असुविधा न हो बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि श्री केदारनाथ धाम में इस वर्ष विगत चार माह में दर्शन करने वाले तीर्थ यात्रियों की संख्या ने रिकाॅर्ड तोड़ा है तथा यात्रा के दृष्टिगत माह सितंबर व अक्टूबर में यात्रियों की संख्या में और इजाफा होने की संभावना है जिसके यह जरूरी है कि सभी व्यवस्याएं समय से चाक-चैबंद कर ली जाएं। उन्होंने कहा कि यात्रा व्यवस्थाओं में लगे सभी अधिकारियों द्वारा अपने दायित्वों का निर्वहन बेहतर ढंग से किया गया है तथा आगे भी इसी उत्साह के साथ अपने दायित्वों का निर्वहन करें। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि विगत माहों में यात्रा के दौरान व्यवस्थाओं में जो भी कमी एवं दिक्कतें आई हैं उन कमियों को यथाशीघ्र पूर्ण कर लिया जाए
उन्होंने मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिए हैं कि यात्रा मार्ग में पूर्व में पंजीकृत घोड़े-खच्चरों का ही संचालन कराया जाए। सभी घोड़े-खच्चर संचालकों, मालिकों एवं हाॅकरों तथा डंडी कंडी संचालकों का अनिवार्य रूप से पहचान पत्र बनाया जाए तथा संचालित हो रहे घोड़े-खच्चरों का अनिवार्य रूप से स्वास्थ्य परीक्षण कराया जाए। अस्वस्थ घोड़े-खच्चरों का किसी भी दशा में संचालन न हो। यदि किसी घोड़े-खच्चरों के मालिकों द्वारा ऐसे घोड़े खचरों का संचालन किया जाता है तो उनके विरुद्ध आवश्यक कार्यवाही करते हुए चालान किया जाए तथा घोड़े-खच्चरों के लिए पर्याप्त दवाइयां उपलब्ध कराई जाएं वहीं मुख्य चिकित्सा अधिकारी को धाम में आने वाले तीर्थ यात्रियों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं देने के लिए डाॅक्टरों एवं स्टाफ सहित आक्सीजन तथा पर्याप्त मात्रा में दवाइयों की व्यवस्था सुनिश्चित करने एवं केदारनाथ धाम में कार्य करने वाले डाॅक्टरों को उचित प्रशिक्षण भी दिया जाए