शिवराज सरकार ने गायों की देखभाल के लिए गौ कैबिनेट गठित किया है।
मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार ने अनोखी पहल करते हुए , गौ वंश की सुरक्षा , संबर्द्धन के लिए गौ कैबिनेट की घोषणा कर ही है । मध्यप्रदेश में गाय बहुत संवेदनशील मुद्दा है और इसे लेकर राजनीति होती रहती है। राज्य की दोनों प्रमुख पार्टियां बीजेपी और कांग्रेस एक-दूसरे पर गाय को लेकर राजनीतिक हमले करते रहते हैं। गौ कैबिनेट गठित कर मध्य प्रदेश सरकार ने एक नयी पहल की शुरुआत कर दी साथ ही इसे सुरक्षा और उनकी बेहतर देखरेख के लिए राज्य सरकार ने अहम फैसला माना जा रहा है ।
गौ कैबिनेट के सदस्य एवं पदाधिकारी
शिवराज सरकार के गायों की देखभाल के लिए गठित गौ कैबिनेट के अध्यक्ष मुख्यमंत्री रहेंगे और सदस्य गृह, पशुपालन, कृषि, वन, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के मंत्रियों को बनाया गया है। सदस्य सचिव अपर मुख्य सचिव/प्रमुख सचिव पशुपालन विभाग को होंगे।
सीएम शिवराज सिंह चौहान का ट्वीट
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर कहा है कि प्रदेश में गोध सरंक्षण और संवर्धन के लिए गौ कैबिनेट गठित करने का निर्णय लिया गया है। पशुपालन, वन, पंचायत और ग्रामीण विकास, राजस्व, गृह और किसान कल्याण विभाग गौ कैबिनेट में शामिल होंगे। इसकी पहली बैठक 22 नवंबर को गौपाष्टमी पर दोपहर 12 बजे गौ अभ्यारण, आगर मालवा में आयोजित की जाएगी।
मध्यप्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा
गौ कैबिनेट को लेकर मध्यप्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा, ‘अन्य दल, खासतौर से कांग्रेस, 15 महीने तक बात करते रहे, लेकिन उन्होंने 15 गाय आश्रय भी नहीं बनाए। मध्यप्रदेश ने ‘गौ कैबिनेट’ बनाकर देश के सामने एक नई परंपरा का उदाहरण प्रस्तुत किया है।’
गौ कैबिनेट में 6 विभाग किए गये शामिल
गौ कैबिनेट में 6 विभागों को शामिल किया है। गायों के संरक्षण को लेकर सभी विभाग सामूहिक रूप से इसका फैसला लेंगे। पशुपालन विभाग ही गायों के प्रजनन और गौशालाओं की देखभाल करती है। इसके साथ ही वन विभाग भी गायों के संरक्षण का काम करेगी, इसके साथ गृह विभाग रक्षा का काम करेगी। सरकार की घोषणा के बाद सभी विभागों ने पहली कैबिनेट मीटिंग को लेकर तैयारी लगभग हो चुकी है। उम्मीद कि जा रही है कि पहली ही कैबिनेट में शिवराज सरकार कुछ बड़े फैसले ले सकती है।