नेहरू युवा केन्द्र संगठन आजादी का अमृत महोत्सव के तहत आज देश के सभी 623 जिलों में शहीद दिवस मनाया जा रहा है। वर्ष 1931 में 23 मार्च को भगत सिंह,राजगुरू और सुखदेव को फांसी दी गई थी। युवा क्रांतिकारियों के बलिदान की स्मृति में प्रत्येक वर्ष 23 मार्च को शहीद दिवस मनाया जाता है। इसी कड़ी में उत्तराखंड में सभी 13 जिलों में नेहरू युवा केन्द्र द्वारा शहीद दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें युवाओं ने राष्ट्रगान के पश्चात अमर शहीदों की याद में 2 मिनट का मौन रखा। पौड़ी, रुद्रप्रयाग, पिथौरागढ, चम्पावत, ऊधमसिंह नगर में रक्तदान शिविर, प्रभात फेरी, युवा दौड़, शहीदों की याद में रैली , आज़ादी पर नुक्कड़ नाटक, रंगोली प्रतियोगिता आयोजित की गई। युवा कार्य मंत्रालय ने बताया कि नेहरू युवा केन्द्र क्रांतिकारियों को श्रद्धांजलि थीम से इस दिवस का आयोजन कर रहा है। इसका उद्देश्य स्वाधीनता सेनानियों के जीवन,कार्य और दर्शन के माध्यम से युवा पीढ़ी में कृतज्ञता, गर्व, सम्मान और कर्तव्य भावना का संचार करना है। मंत्रालय ने कहा कि वीर क्रांतिकारियों की गाथाएं युवाओं में देशभक्ति और राष्ट्रीयता की भावना जगायेगी तथा उन्हें राष्ट्र निर्माण के लिए प्रेरित करेगी।