(देहरादून, 12 अप्रैल 2025) – उत्तराखंड स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने साइबर अपराधियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की शुरुआत करते हुए ऑपरेशन ‘प्रहार’ लॉन्च किया है। इस ऑपरेशन के पहले चरण में देशभर के 337 साइबर अपराधियों को चिन्हित किया गया है, जो उत्तराखंड में दर्ज 200 से अधिक मुकदमों में नामजद हैं। इनमें से कई अपराधी अन्य राज्यों में छिपे हुए हैं।
एसटीएफ ने इस ऑपरेशन के लिए 30 अधिकारियों और कर्मचारियों की एक विशेष टीम गठित की है, जो इन अपराधियों के सत्यापन के बाद गिरफ्तारी और नोटिस भेजने की कार्रवाई करेगी। प्रथम चरण की कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
एसएसपी एसटीएफ नवनीत भुल्लर ने बताया कि राज्य में बढ़ते साइबर अपराधों को गंभीरता से लेते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। इसी के तहत विभिन्न राज्यों में छिपे इन अपराधियों को चिन्हित कर उनके खिलाफ कठोर कदम उठाए जा रहे हैं।
एसटीएफ के एसपी स्वप्न किशोर सिंह और डीएसपी अंकुश के नेतृत्व में ऑपरेशन ‘प्रहार’ को दो चरणों में संचालित किया जा रहा है। पहले चरण में 17 राज्यों के 272 अपराधियों, जबकि दूसरे चरण में 12 राज्यों के 65 अपराधियों पर कार्रवाई की जाएगी।
उत्तराखंड के साइबर अपराधी कहां-कहां फैले हैं:
उत्तराखंड से जुड़े साइबर अपराधी देश के 27 राज्यों व केंद्रशासित क्षेत्रों में चिन्हित किए गए हैं, जिनमें सबसे अधिक:
- दिल्ली – 40
- महाराष्ट्र – 38
- उत्तर प्रदेश व राजस्थान – 28-28
- तमिलनाडु – 25
- पश्चिम बंगाल – 18
- कर्नाटक – 17
- गुजरात – 16
- नागालैंड – 15
- मध्यप्रदेश – 14
- तेलंगाना – 11
- केरल व आंध्र प्रदेश – 10-10
- इसके अलावा बिहार, हरियाणा, पंजाब, असम, मणिपुर, मिजोरम, झारखंड, गोवा, ओडिशा, छत्तीसगढ़, दिल्ली एनसीआर, त्रिपुरा, दादरा नगर हवेली, मेघालय, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में भी साइबर अपराधी चिन्हित किए गए हैं।