“हम किसी से कम नहीं” की भावना से आयोजित कार्यक्रम समाप्त, उत्तर पूर्व के राज्यों ने दिखाया दम

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उत्तर पूर्वी क्षेत्र विकास मंत्रालय ने 28 अप्रैल से 4 मई 2022 तक सभी आठ उत्तर पूर्वी राज्यों में उत्तर पूर्व महोत्सव का आयोजन किया। यह कार्यक्रम आजादी के अमृत महोत्सव के बैनर तले आयोजित किया गया था, जिसमें सभी राज्यों की सुंदरता और उनकी उपलब्धियों को प्रदर्शित किया गया।

पूरे सप्ताह विभिन्न राज्यों में चलाए गए दर्जनों कार्यक्रम

सप्ताह भर चलने वाले उत्तर पूर्व महोत्सव में विभिन्न राज्यों के द्वारा दर्जनों कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें खेल, मनोरंजन, कला, साहित्य, इतिहास और इन राज्यों के धरोहर के साथ-साथ नए दौर की जरूरतों पर विचार विमर्श करने के लिए “इन्वेस्टमेंट पोटेंशियल एंड फ्यूचर एनर्जी नीड्स ऑफ नॉर्थ ईस्ट” जैसे कार्यक्रम आयोजित किए गए। इस महोत्सव के पहले दिन मणिपुर के विभिन्न जिलों में टेबल टेनिस, फुटबॉल, पेंटिंग, वाद-विवाद, निबंध प्रतियोगिता जैसे कार्यक्रम आयोजित किए गए। वहीं मिजोरम में पहले दिन साईकिल रैली निकाली गई। नागालैंड की बात करें तो यहां एक अलग राज्य बनने के बाद नागालैंड में किस तरह के बदलाव आए हैं साथ ही यहां का इतिहास कैसा रहा है? इसके बारे में प्रदर्शनी लगाई गई।

महोत्सव का दूसरा दिन

महोत्सव का दूसरा दिन भी रंगारंग कार्यक्रमों से भरा रहा। सिक्किम के गंगटोक में केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने “पूर्वोत्तर राज्यों में शहरी विकास: स्मार्ट सिटी क्रांति” पर हुई संगोष्ठी में भाग लिया। उन्होंने उत्तर पूर्व के विकास के लिए किए जा रहे अपनी सरकार के कामकाज गिनाये। इसी दिन उत्तर-पूर्वी क्षेत्र विकास राज्य मंत्री बी.एल. वर्मा ने एक विशेष थीम पर आयोजित कार्यक्रम “उत्तर पूर्व- हम कहां हैं, हमारा लक्ष्य क्या है और बुनियादी ढांचा विकास के सार्वजनिक-निजी भागीदारी मॉडल” पर राज्य सरकारों के अधिकारियों के साथ शिलॉन्ग में विचार विमर्श किया।

इन कार्यक्रमों के अलावा पूरे सप्ताह नागालैंड, मणिपुर, अरुणाचल प्रदेश, त्रिपुरा समेत अन्य सभी 8 राज्यों में कई और कार्यक्रम आयोजित किए गए। उत्तर-पूर्वी क्षेत्र विकास राज्य मंत्री बी.एल. वर्मा ने नागालैंड में, नीतीश प्रमाणिक ने अरुणाचल में, केंद्रीय मंत्री जी. किशन रेड्डी ने मणिपुर में अनेक कार्यक्रमों में भाग लिया।

महिलाओं ने भी बढ़चढ़ कर ली भागीदारी

इस महत्वपूर्ण मौके पर उत्तर पूर्व राज्यों की महिलाओं ने विभिन्न कार्यक्रमों में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। सांस्कृतिक कार्यक्रमों में जहां उनके द्वारा अपनी कला और नृत्य का प्रदर्शन किया गया वहीं उत्तर पूर्व के विकास में उनका क्या योगदान रहा है। यह भी बखूबी देशवासियों को दिखाई दिया।

राष्ट्रपति हुए उत्तर पूर्व महोत्सव कार्यक्रम में शामिल

महोत्सव के आखिरी दिन केंद्र और राज्य सरकारों के अधिकारियों ने विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की और कई जगहों पर कार्यक्रम आयोजित किए गए। महोत्सव को और खास बनाने में योगदान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का रहा जिन्होंने गुवाहाटी में आयोजित पूर्वोत्तर महोत्सव के समापन समारोह में भाग लिया। राष्ट्रपति कोविंद ने कहा कि केंद्र और पूर्वोत्तर के राज्यों की सरकारों के संयुक्त प्रयासों से इस क्षेत्र में सौहार्द और शांति का वातावरण और मजबूत बनता जा रहा है इस परिवर्तन के लिए मैं केंद्र सरकार और राज्य सरकार को बधाई देता हूं।

पिछले 8 सालों में विकास के रास्ते पर अग्रसर पूर्वोत्तर

केंद्र में सरकार बदलने के साथ ही उत्तर पूर्व राज्यों की भी किस्मत बदल गई। बीते 8 सालों में उत्तर पूर्व क्षेत्र ने कनेक्टिविटी में बड़े पैमाने पर प्रगति की है। जहां 2014 में केवल गुवाहाटी ही रेलवे कनेक्टिविटी से जुड़ा था आज दो और राजधानी रेलवे नेटवर्क से जुड़ गए हैं। बाकी राजधानी शहरों को भी जोड़ने का काम चल रहा है। अरुणाचल प्रदेश और नागालैंड की राज्यों की राजधानियों को फोर लेन और वैकल्पिक दो लेन राजमार्गों के माध्यम से सिक्किम से जोड़ने का काम चल रहा है।

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