राष्ट्रीय खेल दिवस 2023 के अवसर पर, केंद्रीय युवा कार्यक्रम और खेल मंत्री श्री अनुराग सिंह ठाकुर ने आज जेएलएन स्टेडियम में एक कार्यक्रम में अन्य पहलों के अतिरिक्त फिट इंडिया क्विज के तीसरे संस्करण का शुभारंभ किया।
इस कार्यक्रम में नई दिल्ली के विभिन्न स्कूलों के लगभग 500 स्कूली बच्चों के साथ-साथ एमवाईएएस, साई और राष्ट्रीय खेल महासंघों के कई विख्यात एथलीटों और अधिकारियों ने भाग लिया।
खेल मंत्री ने खेलो इंडिया योजना के तहत स्वीकृत खेल बुनियादी ढांचा परियोजनाओं पर एक सूचना पुस्तिका भी जारी की और साथ ही राष्ट्रीय खेल महासंघों का पोर्टल भी लॉन्च किया, जबकि बुडापेस्ट में आयोजित विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में एशियाई रिकॉर्ड बनाने के बाद 4×400 मीटर पुरुष रिले टीम को सम्मानित भी किया।
इस अवसर पर श्री ठाकुर ने कहा कि हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद ने हमें 1928, 1932 और 1936 में हॉकी में लगातार तीन ओलंपिक स्वर्ण पदक दिलाए। यह इस महान उस्ताद को श्रद्धांजलि देने के लिए एक उपयुक्त दिन है और मुझे यह देखकर प्रसन्नता हो रही है कि वर्षों से, प्रशिक्षकों और एथलीटों ने भी इस खेल क्रांति को आगे ले जाने में बड़ी भूमिका निभाई है। प्रशिक्षक और एथलीट एक बड़ी भूमिका निभाते हैं।
उन्होंने कहा, ‘आज पूरे भारत में 3526 आयोजन हो रहे हैं और यह इस बात का प्रमाण है कि आज हमने कितनी बड़ी उपलब्धि हासिल कर ली है। यह भारतीय खेलों के लिए अविश्वसनीय दौर है। 60 वर्षों में वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स में केवल 18 पदक थे। इस साल ही हमने टूर्नामेंट में 26 पदक जीते। इतना ही नहीं, सभी खेलों में, चाहे वह शतरंज में प्रगनानंदा हो या कुश्ती में अंतिम पंघाल और तीरंदाजी में अदिति गोपीचंद स्वामी, हमें अभूतपूर्व परिणाम मिल रहे हैं। विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप बुडापेस्ट में भी हमारी 4×400 मीटर रिले टीम ने पारुल चौधरी और हमारे सदाबहार नीरज चोपड़ा के साथ शानदार प्रदर्शन किया, ऐसी कोई उच्च स्तरीय अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता नहीं रही, जिसमें उन्होंने स्वर्ण पदक नहीं जीता है।
फिट इंडिया क्विज़ के दो सफल आयोजनों के बाद, तीसरे आयोजन की भी घोषणा की गई। यह स्कूली छात्रों के लिए भारत की सबसे बड़ी खेल और फिटनेस प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता है जिसमें कुल पुरस्कार राशि 3.25 करोड़ रुपये है। फिट इंडिया क्विज पर टिप्पणी करते हुए, श्री ठाकुर ने कहा, “मुझे यह देखकर आश्चर्य हुआ कि अरुणाचल की तेंगा घाटी के छात्रों के साथ-साथ अंडमान, सिक्किम आदि के दूरदराज के स्थानों के साथ-साथ फिट इंडिया क्विज में भाग लिया।
उन्होंने कहा, ‘खेल के क्षेत्र से लेकर चंद्रमा पर चंद्रयान के साथ हमने अपनी छाप छोड़ी है। यह नया भारत है। हमारे एथलीटों ने हमें शीर्ष पर पहुंचाने के लिए यह सब किया है। मैं न केवल एनएसएफ और आईओए को बधाई देता हूं बल्कि उन माता-पिता और प्रशिक्षकों को भी बधाई देता हूं जिन्होंने अपने बच्चों को अनुशासित किया और उन्हें खेल के क्षेत्र में प्रवेश करने के लिए प्रोत्साहित किया।
मंगलवार को लॉन्च किया गया राष्ट्रीय खेल महासंघ पोर्टल भारत सरकार के डिजिटल इंडिया के विजन के अनुरूप है, जिससे कि व्यापार में सुगमता और सुशासन सुनिश्चित किया जा सके। यह एनएसएफ के लिए एक एकीकृत ऑनलाइन पोर्टल है, जो एनएसएफ की मान्यता के वार्षिक नवीकरण, राष्ट्रीय खेल महासंघों के चुनाव आदि के लिए एक एकल खिड़की प्रणाली होगी।
इससे एनएसएफ द्वारा दस्तावेजों को जमा करने के भौतिक तरीके और केंद्रीय खेल मंत्रालय द्वारा उनकी जांच की विद्यमान प्रणाली समाप्त हो जाएगी। ऑनलाइन पोर्टल खेल विभाग और राष्ट्रीय खेल महासंघों के बीच बेहतर समन्वय भी सुनिश्चित करेगा।
इसी तरह, एक ऑनलाइन आवेदन जमा करने और प्रौसेसिंग पोर्टल लॉन्च किया गया था, जिसका उपयोग खेलो इंडिया योजना के तहत खेल बुनियादी ढांचे के निर्माण और उन्नयन तथा खेल उपकरणों की मांग के लिए सभी आवेदनों को व्यवस्थित करने के लिए किया जाएगा। यह पोर्टल 1 सितंबर 2023 से वित्तीय सहायता के अपने प्रस्तावों को प्रस्तुत करने के लिए अनुदानग्राहियों, राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों के लिए उपलब्ध होगा।
खेलो इंडिया योजना के तहत स्वीकृत खेल बुनियादी ढांचा परियोजनाओं पर सूचना पुस्तिका में प्रदर्शित किया गया है कि कैसे खेलो इंडिया योजना ने 2016 के बाद से खेल उत्कृष्टता के क्षेत्र में देश को रूपांतरित कर दिया है। यह पुस्तिका देश के विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में विकसित किए गए और प्रक्रियारत पूरे खेल बुनियादी ढांचे पर प्रकाश डालती है। खेलो इंडिया योजना, अपनी शुरुआत के बाद से, जमीनी स्तर पर ध्यान देने के साथ देश में खेल विकास में महत्वपूर्ण भूमिका रही है।
राष्ट्रीय खेल दिवस के अवसर पर महान हॉकी खिलाड़ी मेजर ध्यानचंद को श्रद्धांजलि देने के लिए भारत सरकार के कई कार्यालयों, केंद्रीय मंत्रालय के कार्यालयों, भारतीय खेल प्राधिकरण केंद्रों, खेलो इंडिया केंद्रों, राष्ट्रीय खेल महासंघों के साथ-साथ स्कूलों और कॉलेजों में खेल और फिटनेस गतिविधियों का आयोजन किया गया। 18-40 वर्ष, 40-60 वर्ष और 60+ वर्ष के आयु समूहों के लिए आयु-अनुकूल प्रतिस्पर्धी और मनोरंजक खेल आयोजित किए गए।