पीएम मोदी 4 दिसंबर को दोपहर 1 बजे देहरादून का दौरा करेंगे और लगभग 18,000 करोड़ रुपए की कई परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे। प्रधानमंत्री कार्यालय के अनुसार यात्रा बुनियादी सड़क ढांचे में सुधार से जुड़ी परियोजनाओं पर केन्द्रित है। यह परियोजनाएं यात्रा को सुगम और सुरक्षित बनाएंगी और क्षेत्र में पर्यटन को भी बढ़ावा देंगी। यह कभी दूर-दराज माने जाने वाले क्षेत्रों तक कनेक्टिविटी को बढ़ावा देने के लिए प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण के अनुरूप है।
दिल्ली-देहरादून आर्थिक गलियारा यात्रा के समय को घटाकर 2.5 घंटे कर देगा
पीएम मोदी 11 विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे। इसमें दिल्ली-देहरादून आर्थिक गलियारा (ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे जंक्शन से देहरादून तक) शामिल है, जिसे लगभग 8,300 करोड़ रुपए की लागत से बनाया जाएगा। यह दिल्ली से देहरादून की यात्रा के समय को छह घंटे से घटाकर लगभग 2.5 घंटे कर देगा।
वन्यजीवों के लिए अवरोध रहित आवागमन के लिए यह एशिया का सबसे बड़ा एलीवेटेड वन्यजीव गलियारा होगा
इसमें हरिद्वार, मुजफ्फरनगर, शामली, यमुनानगर, बागपत, मेरठ और बड़ौत से कनेक्टिविटी के लिए सात प्रमुख इंटरचेंज होंगे। इसमें एशिया का सबसे बड़ा वन्यजीव ऊंचा गलियारा (12 किमी) होगा। साथ ही, दत काली मंदिर, देहरादून के पास 340 मीटर लंबी सुरंग वन्यजीवों पर प्रभाव को कम करने में मदद करेगी। इसके अलावा, गणेशपुर-देहरादून खंड में पशु-वाहन की टक्कर से बचने के लिए कई पशु पास प्रदान किए गए हैं।
दिल्ली-देहरादून आर्थिक गलियारे में 500 मीटर के अंतराल पर वर्षा जल संचयन और 400 से अधिक जल पुनर्भरण बिंदुओं की व्यवस्था भी होगी। दिल्ली-देहरादून आर्थिक गलियारे से ग्रीनफील्ड संरेखण परियोजना, हलगोआ, सहारनपुर को भद्राबाद, हरिद्वार से जोड़ने वाली परियोजना का निर्माण 2 हजार करोड़ रुपये से अधिक की लागत से किया जाएगा। यह निर्बाध कनेक्टिविटी प्रदान करेगा और दिल्ली से हरिद्वार तक यात्रा के समय को भी कम करेगा।
मनोहरपुर से कांगड़ी तक हरिद्वार रिंग रोड परियोजना
वहीं 1600 करोड़ रुपए से अधिक की लागत से बनने वाली मनोहरपुर से कांगड़ी तक हरिद्वार रिंग रोड परियोजना, हरिद्वार शहर में यातायात की भीड़ से निवासियों को राहत देगी, खासकर पीक टूरिस्ट सीजन के दौरान और कुमाऊं क्षेत्र के साथ कनेक्टिविटी में भी सुधार करेगी। लगभग 17,00 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाली देहरादून-पोंटा साहिब (हिमाचल प्रदेश) सड़क परियोजना, यात्रा के समय को कम करेगी और दोनों स्थानों के बीच निर्बाध संपर्क प्रदान करेगी। इससे अंतर्राज्यीय पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।
नाजिमाबाद-कोटद्वार सड़क चौड़ीकरण परियोजना
नाजिमाबाद-कोटद्वार सड़क चौड़ीकरण परियोजना यात्रा के समय को कम करेगी और लैंसडाउन से कनेक्टिविटी में भी सुधार करेगी। लक्ष्मण झूला के बगल में गंगा नदी पर एक पुल भी बनाया जाएगा। विश्व प्रसिद्ध लक्ष्मण झूला का निर्माण 1929 में किया गया था, लेकिन अब कम भार वहन क्षमता के कारण बंद कर दिया गया है। बनने वाले पुल में पैदल चलने वाले लोगों के लिए कांच के डेक का प्रावधान होगा, साथ ही हल्के वजन के वाहनों को भी पार करने की अनुमति होगी।
चाइल्ड फ्रेंडली सिटी प्रोजेक्ट, देहरादून की आधारशिला रखेंगे भी
पीएम मोदी उनकी यात्रा के लिए सड़कों को सुरक्षित बनाकर शहर को बाल हितैषी बनाने के लिए चाइल्ड फ्रेंडली सिटी प्रोजेक्ट, देहरादून की आधारशिला भी रखेंगे। देहरादून में 700 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से जलापूर्ति, सड़क और जल निकासी व्यवस्था के विकास से संबंधित परियोजनाओं का भी शिलान्यास किया जाएगा। स्मार्ट आध्यात्मिक कस्बों के विकास और पर्यटन संबंधी बुनियादी ढांचे को उन्नत करने के प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण के अनुरूप श्री बद्रीनाथ धाम और गंगोत्री-यमुनोत्री धाम में बुनियादी ढांचे के विकास कार्यों की आधारशिला रखी जाएगी। साथ ही हरिद्वार में 500 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से नया मेडिकल कॉलेज बनाया जाएगा।
लामबगड़ भूस्खलन शमन परियोजना गम्भीर भूस्खलन क्षेत्र में यात्रा को सुगम और सुरक्षित बनाएगी
पीएम मोदी सात परियोजनाओं का भी उद्घाटन करेंगे, जिनमें क्षेत्र में पुराने भूस्खलन की समस्या से निपटने के लिए यात्रा को सुरक्षित बनाने पर ध्यान केंद्रित करना शामिल है। इन परियोजनाओं में लामबगड़ (जो बद्रीनाथ धाम के रास्ते में है) में भूस्खलन शमन परियोजना और एनएच-58 पर शकनिधर, श्रीनगर और देवप्रयाग में पुराने भूस्खलन उपचार शामिल हैं। जीर्ण भूस्खलन क्षेत्र में लामबगड भूस्खलन शमन परियोजना में प्रबलित मिट्टी की दीवार और रॉकफॉल बाधाओं का निर्माण शामिल है। परियोजना का स्थान इसके सामरिक महत्व को और बढ़ाता है।
एनएच-58 पर ब्रह्मपुरी से कोडियाला तक सड़कचौड़ीकरण किया जाएगा
चारधाम सड़क संपर्क परियोजना के तहत देवप्रयाग से श्रीकोट तक और एनएच-58 पर ब्रह्मपुरी से कोडियाला तक सड़क चौड़ीकरण परियोजना का भी उद्घाटन किया जा रहा है। 1700 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से यमुना नदी पर निर्मित 120 मेगावाट की व्यासी जलविद्युत परियोजना का भी उद्घाटन देहरादून में हिमालय संस्कृति केंद्र के साथ किया जाएगा। हिमालयन कल्चर सेंटर में एक राज्य स्तरीय संग्रहालय, 800 सीट आर्ट ऑडिटोरियम, पुस्तकालय, सम्मेलन हॉल आदि होगा, जो लोगों को सांस्कृतिक गतिविधियों का पालन करने के साथ-साथ राज्य की सांस्कृतिक विरासत की सराहना करने में मदद करेगा।
प्रधानमंत्री देहरादून में स्टेट ऑफ आर्ट परफ्यूमरी एंड अरोमा लेबोरेटरी (सेंटर फॉर एरोमैटिक प्लांट्स) का भी उद्घाटन करेंगे। यहां किया गया शोध परफ्यूम, साबुन, सैनिटाइजर, एयर फ्रेशनर, अगरबत्ती आदि सहित विभिन्न उत्पादों के उत्पादन के लिए उपयोगी साबित होगा और इससे क्षेत्र में संबंधित उद्योगों की स्थापना भी होगी। यह सुगंधित पौधों की उच्च उपज देने वाली उन्नत किस्मों के विकास पर भी ध्यान केंद्रित करेगा।