अल्मोड़ा के देवदार पर लिपटे बोगनविलिया की बेल अब स्मृतियों में ही रह गयी
आज की बारिश एक ऐसी घटना घटा गयी जो सालों साल से अल्मोड़ा शहर की खूबसूरती का गवाह बने देवदार पर लिपटे बोगनविलिया की बेल का अंत कर गयी साथ ही बारिश की भेंट चढ़े इन पेड़ों की प्रेम कहानी जो सालों साल से प्रेम का पाठ पढ़ा रहे थे , अल्मोड़ा वासी यह घटना सुनकर भावुक हुए इन पेड़ों से जुड़ी स्मृतियां, फ़ोटो सोशल मीडिया में शेयर की ।
100 साल पुराने दो पेड़ों की अमर प्रेम कहानी अब यादों में ही रह गयी
आज हम बात करेंगे एक अनूठी प्रेम कहानी है जो इंसानों की न होकर दो पेड़ों की है जो लगभग 100 सालों से अल्मोड़ा की माल रोड में चल रही थी जो आज बारिश की भेंट चढ़ गयी । अल्मोड़ा शहर के मुख्य आकर्षण बोगनविलिया और देवदार के पेड़ों की जो ोविंद वल्लभ पंत पार्क , माल रोड अल्मोड़ में बड़े पोस्ट आफिस के पास स्थित हैं और अपने आकर्षण से किसी को भी आकर्षित कर लेते थे । अगर किसी की भी नजर इन पर पड़ गई तो उसकी के चाल खुद ब खुद रुक जाते हैं और इनकी खूबसूरती का दीदार करने लग जाते ।
बोगनविलिया का पेड़(बेल) और देवदार का पेड़ एक दूसरे के पास पास थे, बोगनविलिया का पेड़(बेल) और देवदार के पेड़ से इस तरह से लिपटे थे मानो कभी न जुदा होने की कसमें खायी हों, जब जब इसमें फूल आते थे तो पूरा का पूरा देवदार का पेड़ बोगनविलिया के बैगनी फूलों से खिल उठता है और एक ऐसा दृश्य प्रस्तुत करता है जो माल रोड से गुजरने वाले हर व्यक्ति पर प्रकृति के प्रेम की खूबसूरत छाप छोड़ देता था ।
सुपर ट्री लोगों में सेल्पी पॉइंट के रूप में प्रचलित हो रहा था
डिजिटल होती दुनिया में सबसे अलग और अपडेट दिखने की होड़ में अल्मोड़ा में आने वाले पर्यटक हो, आस पास गांव के लोग हो चाहे अल्मोड़ा के स्थानीय लोग हो सभी इस पेड़ के साथ अपनी यादें संजोने के लिए सेल्पी लेना नही भूलते थे साथ पेड़ की छावं में सुनुक भरे पल गुजारते थे जो अब नही हो सकेगा।
जाने बोगनविलिया के बारे
कम देखरेख करके अपनी बगीचे को यदि सुन्दर और रंगीन बनाना चाहते है तो ये एक आदर्श पौधा है
बोगेनवेलिया के अलाबा इसे कुछ जगह पर कागज के फूल के नाम से भी जाना जाता है ।
यह एक बेल प्रजाति के पौधा है पूरी दुनिया में इसके करीब 20 तरीके की प्रजातियां पायी जाती है जिनमे लगभग 300 से भी ज्यादा किस्म के पौधे देखने को मिलते है यह लम्बाई में 2 फुट से लेकर करीब 40 फुट तक बढ़ते है यह किसीभी प्रकार के मिटटी और जलबायु में जिन्दा रहते हैं इनके ज्यादातर प्रजातियों के पौधे में नुकीले कांटे होते है , बोगेनवेलिया का बहुत सुन्दर बोन्साई भी बनता है इसीलिए बोन्साई प्रेमियों के लिए यह एक पसंदीदा पौधा है ।इसमें करीब बारो महीने फूल होते है , इनमे अनेको रंगो के बहुत सारे फूल एक साथ खिलते है , पूरा पौधा हराभरा हो जाता है तब बहुत ही सुंदर दिखता है तब यह पौधा आपको आसानी से किसी भी नर्सरी से मिल जायेगा , इस बेल की कटिंग और ग्राफ्टिंग से आसानी से छोटे पौधे बनाये जा सकते है ।
रोचक जानकारी बोगनविलिया के फूलों की
एक रोचक जानकारी जिसे हम बोगेनवेलिया के फूल के रूप में जानते है दरअसल वो असल फूल को संरक्षित करने वाली पंखुरी होती है , असली फूल तो उनके बीच मे रहने बाले सफ़ेद व पिले रंग के छोटे वृत्त होते है , अजीब है , है न ?
बोगनविलिया के वास्तविक फूल छोटे और आम तौर पर सफेद है, लेकिन तीन फूलों की प्रत्येक क्लस्टर गुलाबी, मैजेंटा, बैंगनी, लाल, नारंगी, सफेद या पीले रंग सहित संयंत्र, के साथ जुड़े चमकीले रंग के साथ तीन या छह ब्रेस्ट्स से घिरा हुआ है। ब्रेस्ट्स पतली और काग़ज़ी हैं क्योंकि बोगनवेलिया ग्लेब्रा कभी कभी “कागज के फूल” के रूप में जाना जाता है।