बॉयोटैक किसान परियोजना के अंतर्गत हैस्को संस्था द्वारा किसानों को एक दिवसीय धान की खेती का प्रशिक्षण दिया गया।
डी बी टी दिल्ली के सहयोग से बॉयोटैक किसान परियोजना के अंतर्गत हरिद्वार जिले के चमरिया गांव में हैस्को संस्था द्वारा एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें गांव के लगभग सभी किसानों ने प्रतिभाग किया । प्रशिक्षण कार्यक्रम तहत किसानों को प्रभावशील ढंग से किसानी कार्य करने के लिए तकनीकी जानकारी दी जा रही है। इसके साथ ही किसानों की समस्याओं का समाधान भी परियोजना के अंतर्गत किया जा रहा है। किसानों को धान उन्नत किस्म के जानकारी के साथ ही किसानों को एकीकृत कृषि प्रणाली जैसे फसल उत्पादन के साथ बागवानी एवं मशरूम उत्पादन के लिए प्रशिक्षण दिया जाएगा, जिससे किसानों की आय में वृद्धि होगी।
हेडलाइन्स
◆ प्रशिक्षण कार्यक्रम का विषय एडवांस राइस कल्टीवेशन और पॉली हाउस प्रोडक्शन का अभ्यास विषय पर रहा।
◆50 से अधिक किसानों ने प्रतिभाग किया ।
◆प्रशिक्षण कार्यक्रम 3 सत्रों के माध्यम से पूरा हुआ ।
◆किसानों को धान उन्नत किस्म के जानकारी दी गयी।
कोरोना काल मे परियोजना की विशेष पहल
बॉयोटैक किसान परियोजना के अंतर्गत किसानों को कोविड 19 के रोकथाम के लिए सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन्स के अनुसार खेती करने के बारे जानकारी दी गयी साथ ही 3 परिवारों जो कोविड 19 के दृष्टिगत लॉक डाउन के चलते गावं वापिस लौट उन्हें धान की उन्नत किस्म प्रयोग के लिए संस्था द्वारा उपलब्ध करायी गयी ।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में उपस्थित रहे ।
एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम 3 सेशन में चला जिसमें 50 से अधिक किसानों ने प्रतिभाग किया । प्रशिक्षण कार्यक्रम में रिसोर्स पर्सन- डॉ राकेश कुमार, रंजना कुकरेती और एम.एम. नेगी रहे । प्रशिक्षण कार्यक्रम 3 सत्रों के माध्यम से पूरा हुआ ।