खेल मंत्री ने कहा कि 38 वें राष्ट्रीय खेलों के प्रचार – प्रसार हेतु पारंपरिक खेलों पिट्ठू, मुर्गा झपट व मलखम का प्रदर्शन किया जाएगा। इस दौरान एकल व सामूहिक लोकगीत प्रतियोगिता, साइंस क्विज प्रतियोगिता, पेंटिंग व कहानी लेखन, पिकल बॉल प्रतियोगिता, प्रो पंजा लीग प्रतियोगिता आदि आकर्षण का केंद्र रहेगी।
खेल मंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड राज्य रजत जयंती वर्ष में प्रवेश कर रहा है। इस अवसर पर राज्य युवा महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। युवा महोत्सव में विविध प्रतियोगिताओं के आयोजन से प्रदेश की संस्कृति तथा आगामी 38 वें राष्ट्रीय खेलों का प्रचार-प्रसार होगा। उन्होंने कहा इससे प्रदेश के युवा खेल के साथ-साथ अन्य इन्नोवेटिव प्रतिस्पर्धाओं के लिए भी प्रोत्साहित होंगे।
इस अवसर पर निदेशक खेल प्रशांत आर्य, संयुक्त निदेशक अजय अग्रवाल सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।