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उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने शुक्रवार को कंचनजंगा राज्य विश्वविद्यालय की आधारशिला रखी। उन्होंने कंचनजंगा राज्य विश्वविद्यालय एक बेंचमार्क बनने और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के क्षेत्र में एक मिसाल कायम करने की उम्मीद जताई।
कंचनजंगा राज्य विश्वविद्यालय बनेगा एक बेंचमार्क
शुक्रवार को उपराष्ट्रपति नायडू ने राजधानी गंगटोक के सम्मान भवन में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान वर्चुअल माध्यम से राज्य विश्वविद्यालय की आधारशिला रखी। इस मौके पर उपराष्ट्रपति नायडू ने आशा व्यक्ति की कि कंचनजंगा राज्य विश्वविद्यालय एक बेंचमार्क बनेगा और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के क्षेत्र में एक मिसाल कायम करेगा।
देश के विकास में महत्वपूर्ण
उन्होंने कहा कि छात्रों को जीवन में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। विश्वविद्यालय और उच्च शिक्षण संस्थान देश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। देश को शिक्षा के क्षेत्र में शीर्ष पर ले जाने के लिए शिक्षा जरूरी है।
देश में सबसे अधिक सिक्किम का सकल नामांकन अनुपात
उपराष्ट्रपति ने कहा कि अखिल भारतीय सर्वेक्षण के आधार पर सिक्किम का सकल नामांकन अनुपात 75.8 प्रतिशत है, जो देश में सबसे अधिक है। उन्होंने राष्ट्रीय शिक्षा नीति के कार्यान्वयन को सुनिश्चित करने के लिए राज्य सरकार की गठित सिक्किम शिक्षा सुधार आयोग की भी प्रशंसा की।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति के ईमानदार कार्यान्वयन पर सिक्किम का जोर
उन्होंने राष्ट्रीय शिक्षा नीति के ईमानदार कार्यान्वयन पर जोर देते हुए कहा कि यह खुशी की बात है कि सिक्किम इसे लागू कर रहा है। उन्होंने सिक्किम को पूर्वोत्तर राज्यों में एक शिक्षा केंद्र के रूप में स्थापित करने के लिए सरकार द्वारा की जा रही सक्रिय पहल की सराहना की।
उपराष्ट्रपति नायडू ने कहा कि वह सभी पूर्वोत्तर राज्यों का दौरा कर चुके है, लेकिन सिक्किम रह गया था। आज यह इच्छा भी पूरी हो गई है। उन्होंने आगे अपने संबोधन में देश ने पौराणिक सभ्यता, मातृभाषा, पर्यावरण और संस्कृति के संरक्षण और संवर्धन पर जोर दिया।
17 एकड़ जमीन पर बनेगा विश्वविद्यालय
कंचनजंगा राज्य विश्वविद्यालय का निर्माण दक्षिण सिक्किम के तिमी नामफिंग निर्वाचन क्षेत्र के तार्कु में किया जाएगा। विश्वविद्यालय के लिए 17 एकड़ जमीन खरीदी जा चुकी है।
600 करोड़ की लागत से बनेगा विश्वविद्यालय
करीब 600 करोड़ की लागत से बनने वाले राज्य विश्वविद्यालय की इमारत को दो साल में पूरा करने का लक्ष्य है। इस मौके पर राज्य विश्वविद्यालय के लिए तार्कु में प्रस्तावित भूमि पर एक कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया है।