केंद्रीय रक्षा एवं पर्यटन राज्य मंत्री अजय भट्ट ने केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से मुलाकात कर काठगोदाम से अमृतसर तक ट्रेन संचालन किया जाने का अनुरोध किया है। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड राज्य धार्मिक एवं पर्यटन की दृष्टि से अति महत्वपूर्ण राज्य हैं। उत्तराखण्ड राज्य के जनपद ऊधमसिंहनगर के सितारगंज में विश्व विख्यात नानकमत्ता गुरूद्वारा साहिब स्थित है तथा वहां पर पूरे वर्षभर देश-विदेश के सैलानियों का लगातार आना-जाना लगा रहता है। नैनीताल एवं ऊधमसिंहनगर के आस-पास अधिक संख्या में सिक्ख समुदाय के लोग निवास करते है तथा प्रदेश के पूरे तराई क्षेत्र के लोग अमृतसर में रोजगार भी करते है, जिससे उनका आना-जाना लगा रहता है।
उत्तराखण्ड के जनपद ऊधमसिंहनगर, नैनीताल एवं उत्तर प्रदेश के रामपुर आदि जनपदों से प्रतिदिन पंजाबी, सिक्ख समाज एवं अन्य श्रद्धालु हजारों की संख्या में श्री हरमंदिर अमृतसर एवं डेरा व्यास व वैष्णों देवी के लिए आवागमन करते है, किन्तु हल्द्वानी-काठगोदाम से अमृतसर के लिए रेल सेवा न होने के कारण इन लोगों को अत्यधिक परेशानियों का सामना करना पड़ता है। भट्ट ने कहा कि उत्तराखण्ड राज्य एक सैनिक बाहुल्य क्षेत्र है, यहां पर हर घर से हर परिवार में एक-न-एक सदस्य सेना में कार्यरत् है, जिससे सैनिकों का अटारी बॉर्डर, बाघा बॉर्डर तथा जम्मू-कश्मीर के लिए निरन्तर आना-जाना लगा रहता है।
केंद्रीय मंत्री अजय भट्ट ने कहा कि स्थानीय जनता द्वारा काठगोदाम से अमृतसर ट्रेन चलाने के लिए बार-बार अनुरोध किया जा रहा है, जो नितान्त आवश्यक भी है। यदि काठगोदाम से अमृतसर ट्रेन का संचालन हो जाए तो यहां के लोगो को काफी सुविधा मिलने के साथ-साथ अन्य राज्यों से आने वाले पर्यटक भी विश्व विख्यात नानकमत्ता गुरूद्वारा साहिब का आसानी से स्थलीय भ्रमण कर सकते है। उन्होंने रेलवे मंत्री से कहा कि उत्तराखण्ड राज्य के जनपद नैनीताल के काठगोदाम रेलवे स्टेशन से अमृतसर तक ट्रेन को संचालित किये जाने हेतु अपनी स्वीकृति प्रदान किये जाने के सम्बन्ध में विचार करना आवश्यक है ताकि स्थानीय जनता द्वारा काफी लम्बे समय से की जा रही मांग को पूरा किया जा सकें।