राष्ट्रपति भवन में आज 23 नवंबर को आयोजित हुए रक्षा अलंकरण समारोह में भारतीय सेना के वीर सैनिकों को वीरता मेडल से नवाजा गया। राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने गलवान घाटी की हिंसा में वीरगति को प्राप्त हुए सैनिकों को वीरता मेडल से नवाजा। इस दौरान लद्दाख में गलवान घाटी में ऑपरेशन स्नो लेपर्ड के दौरान जान गंवाने वाले कर्नल संतोष बाबू को मरणोपरांत महावीर चक्र से सम्मानित किया गया। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने उनकी मां और पत्नी को पुरस्कार दिया।
इस कार्यक्रम में जम्मू-कश्मीर के केरन सेक्टर में एक आतंकवादी को मारने और दो अन्य को घायल करने के लिए 4 पैरा स्पेशल फोर्स के सूबेदार संजीव कुमार को मरणोपरांत कीर्ति चक्र से सम्मानित किया गया। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से उनकी पत्नी को यह पुरस्कार दिया।
हवलदार के. पलानी वीर चक्र से सम्मानित
इसके अलावा हवलदार के. पलानी को ऑपरेशन स्नो लेपर्ड के अंतर्गत पिछले साल जून में गलवान घाटी में चीनी सेना द्वारा किए गए शातिर हमले के खिलाफ उनकी वीरतापूर्ण कार्रवाई के लिए मरणोपरांत वीर चक्र से सम्मानित किया गया। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने उनकी पत्नी को पुरस्कार दिया।
सिपाही गुरतेज सिंह को भी मरणोपरांत वीर चक्र से सम्मानित किया गया। ऑपरेशन स्नो लेपर्ड में ही सिपाही गुरतेज सिंह गलवान में चीनी सेना का सामना करते हुए शहीद हो गए थे। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने उनके माता-पिता को पुरस्कार दिया।
ऑपरेशन स्नो लेपर्ड में गलवान घाटी में चीनी सेना के हमले का जवाब देते हुए शहीद होने वाले नायक दीपक सिंह को उनकी वीरता के लिए मरणोपरांत वीर चक्र से सम्मानित किया गया। राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने उनकी पत्नी को पुरस्कार दिया।
5 जवानों को ‘वीर चक्र’
नायब सूबेदार नूदूराम सोरेन (16 बिहार)
हवलदार के. पिलानी (81 फील्ड रेजीमेंट)
नायक दीपक कुमार ( आर्मी मेडिकल कोर-16 बिहार)
सिपाही गुरतेज सिंह (3 पंजाब)
हवलदार तेजेंद्र सिंह (3 मीडियम रेजीमेंट)
एयर चीफ मार्शल विशिष्ट सेवा मेडल से सम्मानित
इसके अलावा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भारतीय वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल विवेक राम चौधरी को परम विशिष्ट सेवा मेडल से सम्मानित किया। वहीं, सैन्य सचिव लेफ्टिनेंट जनरल राजीव सिरोही को उत्तम युद्ध सेवा मेडल से सम्मानित किया गया।