राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने कहा कि आज के समय में हमें जागृत युवा शक्ति की आवश्यकता है और यही भारत की युवा शक्ति के जागरण का भी उचित समय है। राष्ट्र नायक स्वामी विवेकानन्द जी ने जो उद्घोष किया था एक बार फिर उसकी प्रतिध्वनि की आवश्यकता है-उठो जागो और लक्ष्य प्राप्त होने तक रूको नहीं।
राज्यपाल ने कहा कि युवा शक्ति के बल पर ही हम भारतीय इतिहास, संस्कृति, अर्थव्यवस्था, राजनीति, संस्कार और दैनिक जीवन में उत्कर्ष कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि भारत का हर युवा कुशल वक्ता बने और कुशल लेखक बनें, और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मार्डन टेक्नोलॉजी, रिसर्च, इनोवेशन, स्टार्टअप्स और अलग-अलग अर्थों में उपस्थित अवसरों को पहचाने और चुनौतियों का समाधान खोजने में अपनी भूमिका निभाएं। भारत की युवा शक्ति को पर्यावरण की सुरक्षा और इसके संवर्धन के लिए आगे आना होगा।
रविवार को राज्यपाल गाजियाबाद, उत्तरप्रदेश में पावन चिंतन धारा आश्रम द्वारा आयोजित “युवा अभ्युदय मिशन” कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि गाजियाबाद की इस धरती पर सभी के बीच आकर मुझे अत्यन्त प्रसन्नता हो रही है। आज का यह दिन अत्यन्त प्रेरणादायी है, आज युवा अभ्युदय मिशन के पांच साल पूरे हो गये हैं।
राज्यपाल ने कहा कि श्री पवन सिन्हा जी के स्वप्नों को साकार करने का संकल्प लेकर जो कार्य प्रारम्भ किया है वह समाज के लिए अत्यन्त प्रेरणादायी है। उन्होंने कहा कि आप सचमुच बहुत ही सैभाग्यशाली हैं जिन्हें युवा अभ्युदय मिशन के माध्यम से एक उत्कृष्ट सार्थक और परोपकारी जीवन के लिए स्नेहशील वातावरण और प्रशिक्षण प्राप्त हो रहा है। असंख्य युवा मिशन के साथ जुड़कर समाज में एक बड़ा बदलाव लाने के लिए कार्य कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि मुझे खुशी है कि पावन चिंतन धारा आश्रम इस दिशा में अपने प्रकल्पों के माध्यम से चिंता कर रहा है। देश के युवा शक्ति को रोजगार हेतु प्रेरित करने के साथ-साथ आज उन्हें सही मार्गदर्शन की बहुत बड़ी आवश्यकता है। युवाओं को जीवन में सफलता के लिए अपने परिवार देश और समाज की भलाई के लिए भी उच्चकोटी के मार्गदर्शन की आवश्यकता है। ऐसे बड़े संकल्प को लेकर कार्य कर रहे युवा अभ्युदय मिशन के कार्यों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं देता हूं।