राज्यपाल Lt Gen Gurmit Singh ने सोमवार को तेलंगाना, हैदराबाद के वर्धमान कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग में नवनिर्मित “सेंटर फॉर हाइड्रोजन रिसर्च” का उद्घाटन किया। इस रिसर्च सेंटर का संचालन जाने माने मिसाइल वैज्ञानिक प्रो. अरुण तिवारी की देख रेख में किया जायेगा।
कॉलेज के छात्रों एवं उपस्थित वैज्ञानिकों को संबोधित करते हुए राज्यपाल ने कहा कि यदि हम ध्यान करें तो यह पता चलेगा कि इतिहास के सभी महत्वपूर्ण घटनाओं और परिस्थितियों के परिवर्तन में टेक्नोलॉजी की भूमिका बहुत अहम रही है। यदि हम अक्षय ऊर्जा की बात करें तो इसे आसानी से पुन: उत्पन्न किया जा सकता है। अक्षय ऊर्जा हानिकारक गैसों का उत्पादन नहीं करती है और इसलिए इसे पर्यावरण के लिए सुरक्षित माना जाता है। पर्यावरण की वर्तमान स्थिति को देखते हुए अक्षय ऊर्जा आज के समय की महत्वपूर्ण आवश्यकता है।
राज्यपाल ने कहा की आज एनर्जी सेक्टर में हमारी निर्भरता कच्चे तेल के उत्पादों और कोयले जैसे उत्पाद पर निर्भर हैं और ये सब धीरे धीरे खत्म होने के कगार पर हैं, ऐसे में यदि हम हाइड्रोजन पावर को सुगम और किफायती बनाने में सक्षम हो गए तो आत्मनिर्भर भारत बनने की दिशा में यह बहुत बड़ा कदम होगा। राज्यपाल ने कहा उन्हें विश्वास है कि यह सेंटर इस कार्य के लिए मील का पत्थर साबित होगा।