“यूसर्क द्वारा डॉल्फिन संस्थान के संयुक्त तत्वाधान में एक सप्ताह का विज्ञान सेतु आउट रीच कार्यक्रम प्रारंभ”

UTTARAKHAND NEWS

आज  उत्तराखण्ड विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान केंद्र (यूसर्क) द्वारा डॉल्फिन संस्थान के संयुक्त तत्वाधान में एक सप्ताह के विज्ञान सेतु आउट रीच कार्यक्रम को संस्थान के सभागार में प्रारंभ किया गया।
कार्यक्रम के प्रारंभ में अतिथियों ने विज्ञान सेतु आउट रीच कार्यक्रम के प्रतिभागी विद्यार्थियों के लिए तैयार किए गए ट्रेनिंग मैनुअल का विमोचन किया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि उत्तराखंड लोक सेवा आयोग के सदस्य एवं भौतिक शास्त्री प्रोफेसर जगमोहन सिंह राणा ने अपने संबोधन में कहा कि यूसर्क और डॉल्फिन संस्थान बधाई के पात्र हैं कि इतना महत्वपूर्ण कार्यक्रम राज्य के दूरस्थ भाग के विद्यार्थियों के लिए आयोजित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमको तकनीक के साथ फोकस करते हुए आगे जाना है और हमको सबसे अच्छे मार्ग को चुनते हुए आगे जाना है। प्रोफेसर राणा जी ने कहा कि वैज्ञानिक रूप से समृद्ध लेकिन कम लागत के प्रोजेक्ट्स पर कार्य प्रारंभ करें। भारत के परंपरागत विज्ञान और आधुनिक विज्ञान को जोड़ते हुए सीखना है और आगे जाना है।
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि यूसर्क के वैज्ञानिक डॉ भवतोष शर्मा ने कहा कि उत्तराखंड राज्य के विद्यार्थियों के लिए विभिन्न वैज्ञानिक गतिविधियां जैसे ज्ञान विज्ञान कार्यक्रम एवं स्टेम प्रयोगशालाओं को स्थापित करके विद्यार्थियों में विज्ञान के प्रति अभिरुचि एवं विज्ञान चेतना को विकसित करने का कार्य किया जा रहा है। विज्ञान शिक्षा के द्वारा  अनुसंधान एवं नवाचार को बढ़ाया जा रहा है। विभिन्न संस्थाओं की प्रयोगशालाओं में राज्य के विद्यार्थियों को वैज्ञानिक भ्रमण कराया जा रहा है एवं तीन दिवसीय व साप्ताहिक हैंड्स ऑन प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं।
डॉल्फिन संस्थान की प्राचार्य डॉ शैलजा पंत ने संस्थान द्वारा विगत वर्षों में शिक्षा, शोध एवं अनुसंधान संबंधी कार्यों की उपलब्धियों के बारे में बताया तथा उपस्थित अतिथियों का स्वागत एवं आभार व्यक्त किया।
विज्ञान सेतु कार्यक्रम के समन्वयक डॉ आशीष रतूड़ी ने कार्यक्रम की रूप रेखा प्रस्तुत की। उन्होंने बताया कि उत्तरकाशी, टिहरी और देहरादून के कुल 11 शिक्षण संस्थानों के 57 विद्यार्थियों द्वारा इस साप्ताहिक विज्ञान सेतु कार्यक्रम में प्रतिभाग किया जा रहा है।
डाइट टिहरी के प्रशिक्षक डॉ सुधीर नौटियाल ने कहा कि हमारा प्रयास है कि सभी प्रतिभागी अपने ज्ञान और विज्ञान में इस कार्यक्रम के माध्यम से वृद्धि करें।
तकनीकी सत्रों में डॉल्फिन संस्थान की केमिस्ट्री एवं फिजिक्स की प्रयोगशालाओं में प्रतिभागी छात्र छात्राओं को विभिन्न वैज्ञानिक सिद्धांतों को सिखाया गया तथा प्रयोगात्मक कार्य कराए गए। लैब में प्रोफेसर वर्षा पर्चा, डॉ दीपक रतूड़ी ने वैज्ञानिक कार्य सिखाए।
इस अवसर पर शिक्षक डॉ ज्ञानेंद्र अवस्थी, डॉ विदित त्यागी, डॉ ए के पुंडीर आदि ने तकनीकी सहयोग प्रदान किया।
कार्यक्रम का संचालन डॉ दीपाली राणा ने किया तथा धन्यवाद ज्ञापन प्रोफेसर केपी त्रिपाठी ने किया।
कार्यक्रम में कुल प्रतिभागी विद्यार्थियों सहित कुल 75 लोगों द्वारा प्रतिभाग किया गया ।

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