प्रदेश में जल्द पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर की स्थापना की जाएगी। राज्य में महामारी, आपदा जनित रोगों पर निगरानी, त्वरित रोकथाम और नियंत्रण के मद्देनजर देहरादून में तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. शैलजा भट्ट ने बताया कि भौगोलिक परिस्थितियों के कारण उत्तराखंड भूस्खलन, बाढ़, भूकंप जैसी विभिन्न प्रकार की प्राकृतिक आपदाओं से ग्रसित रहता है। इससे संक्रामक, जलजनित और वेक्टर जनित रोग जैसे डेंगू और मलेरिया के महामारी के रूप में प्रसारित होने की संभावना रहती है। साथ ही जलवायु परिवर्तन के कारण भी विभिन्न रोगों के फैलने की आशंका बनी रहती है। इस तरह की चुनौतियों से निपटने के लिए राज्य में राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र और सेण्टर फॉर डिजीज कण्ट्रोल एवं राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन संस्थान के सहयोग से पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर स्थापित किया जाएगा। कार्यशाला में प्रदेश के स्वास्थ्य निदेशालय की राष्ट्रीय कार्यक्रम निदेशक डॉ. सरोज नैथानी ने बताया कि पिछले दो वर्षों में कोविड महामारी के प्रभावी नियंत्रण और रोकथाम में राज्य और जिलास्तरीय आई.डी.एस.पी. टीम का अहम योगदान रहा है। उन्होंने कहा कि कोविड जैसी महामारियों के प्रभावी प्रबंधन के लिए आई.डी.एस.पी. टीम को प्रशिक्षण देना अत्यधिक महत्वपूर्ण है।