अब और भी आसान होगी वैष्णो देवी यात्रा, रोपवे निर्माण को मिली मंजूरी

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अब वैष्णो देवी यात्रा और भी आसान होगी। दरअसल माता वैष्णो देवी यात्रा को सुगम बनाने के लिए कटरा से अर्धक्वांरी के बीच रोपवे बनाने के बहुप्रतीक्षित प्रस्ताव को औपचारिक मंजूरी प्रदान कर दी गई है।

श्राइन बोर्ड की बैठक में प्रस्ताव को मिली मंजूरी

श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड की 69वीं बैठक में इस प्रस्ताव को मंजूरी दी गई। बैठक में बोर्ड के अध्यक्ष जम्मू-कश्मीर के उप राज्यपाल मनोज सिन्हा मौजूद थे। बोर्ड के सदस्य दिल्ली के उद्यमी एमिल फार्मास्युटिकल्स के चेयरमैन के. के. शर्मा ने बुधवार को बताया कि लंबे समय से इस प्रस्ताव पर चर्चा चल रही थी।

लंबे समय से इस प्रस्ताव पर चर्चा चल रही थी

दरअसल, बोर्ड ने 2012 में पहली बार 51वीं बैठक में रोपवे की संभावनाएं तलाशने के लिए रेलवे के उपक्रम राइट्स से अध्ययन कराने का फैसला लिया था। राइट्स ने 2017 में अपनी रिपोर्ट बोर्ड को सौंपी थी जिसमें कटरा से अर्धक्वांरी मंदिर के बीच रोपवे के निर्माण को उपयुक्त पाया था। उसके बाद से यह प्रस्ताव लगातार लंबित चल रहा था जिसे नवगठित बोर्ड की मंगलवार को हुई पहली बैठक में ही मंजूरी प्रदान की गई।

1281.20 मीटर लंबा होगा रोपवे

प्रस्ताव के अनुसार कटरा से अर्धक्वांरी के बीच 1281.20 मीटर लंबे रोपवे का निर्माण किया जाएगा जिसकी ऊंचाई अधिकतम 590.75 मीटर तक होगी। इसके जरिए प्रति घंटे एक तरफ 1500 यात्रियों को ले जाना संभव होगा तथा केबिन क्षमता आठ यात्रियों की होगी जबकि इसके निर्माण पर करीब 94.23 करोड़ रुपए का खर्च आने का अनुमान है।
कार्य जल्द होगा आरंभ

राइट्स की रिपोर्ट में कहा गया है कि यदि प्रति यात्री आने जाने का शुल्क 200 रुपए रखा जाता है तो 63 फीसदी संचालनात्मक लागत वसूल हो सकती है। श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के सदस्य के. के. शर्मा ने कहा कि बोर्ड की बैंठक में प्रस्ताव को मंजूरी मिलने के बाद अब इस पर आगे का कार्य जल्दी आरंभ होगा।

उत्सव पोर्टल हुआ लॉन्च, वैश्विक स्तर पर लोकप्रिय होंगे भारतीय पर्यटन स्थल

पर्यटनके क्षेत्र में अपार संभावनाओं को देखते हुए पर्यटन मंत्रालय द्वारा डिजिटल पहल शुरू की गई है। पर्यटन स्थलों को वैश्विक पटल पर लाने और पर्यटकों की मदद के लिए केन्द्रीय मंत्री जी. किशन रेड्डी ने उत्सव पोर्टल का शुभारंभ किया। आजादी का अमृत महोत्सव के तहत पर्यटन मंत्रालय द्वारा आयोजित किए गए दो दिवसीय कार्यक्रम ‘अमृत समागम’ सम्मेलन के उद्घाटन के दौरान पोर्टल लॉन्च किया गया। इससे पहले मंत्रालय ने 25 जनवरी को राष्ट्रीय पर्यटन दिवस के अवसर पर समर्पित पर्यटक स्थलों की थीम पर एक डिजिटल कैलेंडर भी जारी किया था।

उद्देश्य

उत्सव पोर्टल आकर्षक तस्वीरों से पर्यटकों को डिजिटल अनुभव करा कर यात्रा का अवसर उपलब्ध कराएगा। पोर्टल का उद्देश्य दुनियाभर में देश के विभिन्न क्षेत्रों को लोकप्रिय पर्यटन स्थलों के रूप में बढ़ावा देना है। पोर्टल द्वारा भारत के पर्यटक स्थलों के प्रति जागरूकता और आकर्षण बढ़ाने के लिए सभी कार्यक्रमों, त्योहारों और लाइव दर्शन को प्रदर्शित किया जाएगा। इसके अलावा, श्रद्धालुओं और यात्रियों को लाइव दर्शन के रूप में भारत के कुछ प्रसिद्ध धार्मिक तीर्थ स्थलों का दर्शन और अनुभव प्रदान करना है।

मिलेगी पर्यटन संबंधित जानकारी

उत्सव पोर्टल पर पर्यटन संबंधित सारी जानकारी आसानी से उपलब्ध होंगी। पोर्टल पर आधिकारिक सोशल मीडिया लिंक, आधिकारिक वेबसाइटें, विवरणिका और आयोजन समिति के संपर्क विवरण और हवाई, रेल और सड़क मार्ग से आसानी से गंतव्य तक पहुंचने की जानकारी प्राप्त की जा सकेगी। इस प्रकार से, पर्यटकों के साथ बेहतर संपर्क स्थापित होगा और पर्यटन स्थलों तक पहुंचने की योजना बनाने में पर्यटकों की सहायता हो सकेगी। वेबसाइट पर 28 राज्यों और 9 केंद्र शासित प्रदेशों के 80 से अधिक कार्यक्रमों, त्योहारों और लाइव दर्शन की जानकारी सामने रखी गई है।

मिलती रहेगी नई जानकारी

पर्यटकों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए वेबसाइट को लगातार अपडेट किया जाएगा। पर्यटन क्षेत्र में आने वाले सभी कार्यक्रमों, त्योहारों और प्रदर्शनियों से संबंधित नई जानकारी तेजी से वेबसाइट पर अपडेट होगी। मंत्रालय द्वारा जारी गाइडलाइन से लेकर पर्यटन स्थल तक पहुंचने की सारी जानकारियां पोर्टल के माध्यम से पर्यटकों तक आसानी से उपलब्ध कराई जाएगा।

पर्यटन को मिल रहा बढ़ावा

केंद्र सरकार ने पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए हाल ही में स्वदेश दर्शन योजना को स्वदेश दर्शन 2.0 के रूप में नया रूप दिया है। पर्यटन स्थलों के विकास के लिए पुर्नोत्थान योजना के तहत स्थायी गंतव्यों को विकसित करने के लिए गंतव्य और पर्यटन केंद्रित दृष्टिकोण की परिकल्पना की गई है। पर्यटन मंत्रालय ने प्रसाद योजना के तहत बुनियादी ढांचे के विकास बढ़ाने के लिए पहचान किए गए तीर्थ और विरासत स्थलों के विकास के उद्देश्य से 2021-22 के दौरान कुल 112.25 करोड़ रुपये की तीन परियोजनाओं को मंजूरी दी है। मंत्रालय विशेष रूप से धार्मिक स्थलों पर बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराने पर जोर दे रहा है।

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