आने वाले महीनों में परीक्षाओं का दौर शुरू हो रहा है। बच्चों के बोर्ड एग्जाम के साथ-साथ कई प्रतियोगी परीक्षाओं के आयोजन होने हैं। परीक्षा को अतिरक्त भार के रूप मे लेने से बच्चों को कई तरह की मानसिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इसी को ध्यान में रखते हुए राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR) सोमवार यानि 11 अप्रैल से लेकर 31 मई तक परीक्षा पर्व-4.0 मना रहा है। यह आयोजन पीएम मोदी के “परीक्षा पे चर्चा” कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए परीक्षाओं को एक आनंददायक गतिविधि बनाने की दिशा में एक प्रयास है।
आयोजन का उद्देश्य
NCPCR 2019 से अपने अभियान ‘परीक्षा पर्व’ के साथ परीक्षा का जश्न मना रहा है। प्रत्येक वर्ष छात्रों की समस्याओं के समाधान के लिए राष्ट्रीय स्तर पर यह संवाद कार्यक्रम आयोजित होता है। परीक्षा देने वाले छात्रों के स्ट्रेस मैनेजमेंट के लिए NCPCR द्वारा आयोजित परीक्षा पर्व-4.0 का उद्देश्य एक मंच पर परीक्षा के कारण होने वाले तनाव के प्रति बच्चों के दृष्टिकोण में बदलाव लाना और परीक्षा परिणाम से पहले उनकी चिंता को दूर करना है। परीक्षा पर्व मनाने का उद्देश्य परीक्षा को स्ट्रेस के बजाए उत्सव की तरह देखना है।
क्या है परीक्षा पर्व-4.0
बच्चों में परीक्षा को लेकर आने वाली समस्याओं को सुनने और विशेषज्ञों से महत्वपूर्ण सुझाव लेकर उनके समाधान के लिए राष्ट्रीय मंच है। परीक्षा पर्व 4.0 छात्रों, अभिभावकों एवं शिक्षकों को अपने विचार साझा करने और विशेषज्ञों से मार्गदर्शन एवं महत्वपूर्ण सुझाव प्राप्त करने के लिए मंच प्रदान करने का एक प्रयास है। बच्चों द्वारा तनावपूर्ण समय में असहज करने वाले विचारों के बारे में बात करने और उन्हें साझा करने से छात्रों के तनाव को काफी हद तक कम करने में मदद मिलेगी।
शामिल होंगी कई गतिविधियां
परीक्षा पर्व 4.0 में अलग-अलग गतिविधियों को शामिल किया गया है। इस वर्ष बच्चों के अलावा शिक्षकों और अभिभावकों तक पहुंचने के उद्देश्य से एक बहुआयामी दृष्टिकोण को अपनाया जाएगा। परीक्षा के कारण होने वाले तनाव और चिंता को कम करने के लिए विशेषज्ञों के साथ बातचीत कर उसे NCPCR के फेसबुक, ट्विटर, यूट्यूब और दूरदर्शन नेशनल एवं न्यू इंडिया जंक्शन के यूट्यूब पर लाइव स्ट्रीमिंग किया जाएगा, जिससे छात्र ऑनलाइन माध्यम से कार्यक्रम का लाभ उठा सकें। कोविड से संबंधित तनाव से निपटने के लिए परामर्शदाताओं द्वारा चलाई जा रही NCPCR की टोल-फ्री टेली परामर्श सेवा संवेदना-(1800-121-2830) का विस्तार अब छात्रों के लिए परीक्षा तथा परिणाम संबंधी प्रश्नों, तनाव और चिंता से निपटने के उद्देश्य से किया जाएगा।
“परीक्षा पे चर्चा” कार्यक्रम से प्रेरणा
छात्रों से परीक्षा से संबंधित संवाद के लिए बीती एक अप्रैल को दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में “परीक्षा पे चर्चा” कार्यक्रम का आयोजन हुआ। कार्यक्रम में पीएम मोदी ने छात्रों, अभिभावकों एवं शिक्षकों के साथ परीक्षा पर संवाद किया। पीएम ने इस दौरान छात्रों के प्रश्नों का जवाब देते हुए कहा कि आपके मन में परीक्षा को लेकर यह डर क्यों होता है। क्या आप पहली बार परीक्षा देने जा रहे हैं। आप में से कोई नहीं है जो पहली बार परीक्षा देने जा रहा है। आप सभी बहुत सारे एग्जाम दे चुके हैं। आप एग्जाम के आखिरी छोर की ओर पहुंच चुके हैं। आप एक बात तय कर लीजिए की परीक्षा जीवन का एक सहज हिस्सा है। जीवन के यह छोटे-छोटे पड़ाव हैं जिनसे हमें गुजरना है और हम पहले गुजर भी चुके हैं।