पुलिस के अधिकारियों ने शिक्षक बनकर छात्र-छात्राओं को पढ़ाया नशे के दुष्प्रभावों, साइबर अपराध, महिला सुरक्षा व यातायात के नियमों का पाठ

UTTARAKHAND NEWS

पुलिस अधीक्षक चमोली श्री सर्वेश पंवार महोदय के निर्देशन में जनपद स्तर पर चलाये जा रहे जनजागरुकता अभियान के तहत आज दिनाँक 24.12.2024 को जनपद पुलिस द्वारा विभिन्न थानों क्षेत्रान्तर्गत स्कूलों में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए गए। उक्त जागरूकता कार्यक्रमों के तहत प्रभारी निरीक्षक कोतवाली कर्णप्रयाग देवेन्द्र रावत द्वारा राजकीय इन्टर कालेज कर्णप्रयाग, कोतवाली जोशीमठ पुलिस द्वारा पैनखण्डा राजकीय इन्टर कॉलेज सलूड़ डूंग्रा ज्योतिर्मठ, साइबर सेल चमोली की टीम द्वारा राजकीय आदर्श इन्टरमीडिएट कॉलेज नन्दप्रयाग व थाना गैरसैण पुलिस द्वारा राजकीय इन्टरमीडिएट कॉलेज रोहिडा के छात्र-छात्रों को विभिन्न विषयों पर जानकारी देकर जागरूक किया गया।

उक्त जागरूकता कार्यक्रमों में पुलिस अधिकारियों व कर्मियों द्वारा छात्रों से बाल भिक्षावृत्ति, बाल श्रम और मानव तस्करी जैसे गंभीर विषय पर चर्चा करते हुए इन अपराधों की रोकथाम हेतु क्या उपाय किए जा सकते है पर विस्तृत चर्चा की गयी। पुलिस अधिकारियों ने इन सामाजिक बुराइयों के भयावह परिणामों पर प्रकाश डाला और बताया कि किस प्रकार बच्चे इन अपराधों का शिकार होते हैं। किशोर अपराधों और उनसे जुड़े कानूनी प्रावधानों के बारे में भी छात्र-छात्राओं को जानकारी देते हुए बताया कि अनजाने में कोई ग़लत कदम उनके भविष्य पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। बच्चों के विरुद्ध होने वाले अपराधों पर चर्चा करते हुए छात्रों को ऐसे अपराधों की शिकायत करने के लिए प्रोत्साहित कर उन्हें गुड टच व बैड टच के बीच के अंतर को स्पष्ट रूप से समझाया गया, ताकि बच्चे शोषण को पहचान सकें और उसके खिलाफ आवाज उठा सकें।

पुलिस अधिकारियों ने नशे के दुष्परिणामों पर विशेष ज़ोर देते हुए। विद्यार्थियों को बताया गया कि नशा न केवल हमारे स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाता है बल्कि नशे की लत युवाओं के भविष्य को भी अंधकारमय बना सकती है। छात्र-छात्राओं को यातायात नियमों का पालन करने के महत्व पर चर्चा करते हुए, सड़क सुरक्षा के नियमों को अपनाकर सड़क दुर्घटनाओं को किस प्रकार कम किया जा सकता है इस संबंध में विस्तृत जानकारी दी, साथ ही महिला सुरक्षा कानून के बारे में जानकारी देकर छात्राओं को अपनी सुरक्षा के प्रति सचेत रहने व किसी भी प्रकार का अपराध होने पर अपने परिजनों व पुलिस से इसकी शिकायत करने हेतु जागरूक किया गया।

साइबर अपराध जैसे महत्वपूर्ण विषय पर चर्चा करते हुए पुलिस अधिकारियों ने छात्रों को बताया कि आज इंटरनेट हमारे जीवन का एक अभिन्न अंग बन गया है। युवा पीढ़ी तो विशेष रूप से इंटरनेट से जुड़ी हुई है, चाहे वह शिक्षा हो, मनोरंजन हो या सामाजिक संपर्क, इस डिजिटल दुनिया में साइबर अपराध एक सबसे प्रमुख खतरा है। साइबर अपराध एक व्यापक शब्द है जिसमें विभिन्न प्रकार की गैरकानूनी गतिविधियां शामिल हैं जो कंप्यूटर, इंटरनेट और अन्य डिजिटल तकनीकों के माध्यम से की जाती हैं। छात्रों को ऑनलाइन धोखाधड़ी, पहचान की चोरी, साइबर बुलिंग व सोशल मीडिया के माध्यम से ब्लैकमेलिंग जैसे साइबर अपराधों के प्रति जागरूक कर उनसे बचाव के तरीकों पर विस्तार से चर्चा की।

कार्यक्रमों के दौरान छात्र-छात्राओं को चाइल्ड हेल्प लाइन, डॉयल- 112, महिला हेल्पलाइन नं0- 1090 और साइबर हेल्पलाइन नम्बर- 1930 जैसी महत्वपूर्ण हेल्पलाइन सेवाओं के बारे में भी जानकारी देते हुए बताया गया कि किसी भी आपातकालीन स्थिति में इन नंबरों पर संपर्क करके तत्काल पुलिस या अन्य सहायता प्राप्त की जा सकती है।

इस दौरान पुलिस अधिकारियों ने करियर काउंसलिंग के संबंध में विद्यार्थियों को विभिन्न करियर विकल्पों और उनकी तैयारी से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की। छात्रों ने अपनी रुचियों और क्षमताओं के अनुसार सवाल पूछे, पुलिस अधिकारियों ने समाधान किया। जो कि विद्यार्थियों के भविष्य को लेकर उनके आत्मविश्वास को बढ़ाने में सहायक सिद्ध होगा।

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