प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा आज लोकसभा में प्रस्तुत केंद्रीय बजट 2024-25 की सराहना की।
केंद्रीय बजट 2024-25 के बारे में अपने विचार प्रकट करते हुए प्रधानमंत्री ने देश को विकास की नई ऊंचाई पर ले जाने वाले इस महत्वपूर्ण बजट के लिए सभी देशवासियों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि केंद्रीय वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण और उनकी पूरी टीम बधाई की पात्र है।
प्रधानमंत्री ने कहा, “केंद्रीय बजट 2024-25 समाज के हर वर्ग को शक्ति देगा”, “यह गांवों के गरीब किसानों को समृद्धि की राह पर ले जाएगा।” 25 करोड़ लोगों के गरीबी के चंगुल से बाहर निकलने के बाद एक नव-मध्यम वर्ग के उभरने का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि यह बजट उनके सशक्तीकरण में निरंतरता जोड़ता है और रोजगार के अनगिनत अवसर प्रदान करता है। उन्होंने कहा, “इस बजट से शिक्षा और कौशल विकास को नया आयाम मिलेगा।” प्रधानमंत्री श्री मोदी ने इस बात को रेखांकित किया कि यह बजट मध्यम वर्ग, जनजातीय समाज, दलित और पिछड़ों को सशक्त करने की मजबूत योजनाओं के साथ आया है। उन्होंने जोर देकर कहा कि इस साल का बजट महिलाओं की आर्थिक भागीदारी सुनिश्चित करेगा और साथ ही इससे छोटे व्यवसायों और एमएसएमई के लिए प्रगति का नया रास्ता मिलेगा। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा, “केंद्रीय बजट विनिर्माण पर भी बल देता है, बुनियादी ढांचे पर भी बल देता है।” उन्होंने इस बात को रेखांकित किया कि यह निरंतरता बनाए रखते हुए आर्थिक विकास को नई ताकत देगा।
रोजगार और स्वरोजगार के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता दोहराते हुए प्रधानमंत्री ने पीएलआई योजना की सफलता का उल्लेख किया और रोजगार से जुड़ी प्रोत्साहन योजना को रेखांकित किया, जिससे रोजगार के करोड़ों नए अवसरों का सृजन होगा। इस योजना के तहत, जीवन में पहली नौकरी पाने वाले युवा का पहला वेतन सरकार द्वारा वहन किया जाएगा। उन्होंने उच्च शिक्षा के प्रावधानों और 1 करोड़ युवाओं के लिए इंटर्नशिप की योजना का भी उल्लेख किया। प्रधानमंत्री ने कहा, “योजना के तहत देश की शीर्ष कंपनियों में काम करने वाले युवा प्रशिक्षुओं के सामने संभावनाओं के नए द्वार खुलेंगे।”
हर शहर, हर गांव और हर घर में उद्यमी तैयार करने की प्रतिबद्धता पर जोर देते हुए प्रधानमंत्री ने मुद्रा ऋण के तहत बिना गारंटी वाले ऋण की सीमा 10 लाख रुपये से बढ़ाकर 20 लाख रुपये करने का उल्लेख किया, जिससे छोटे कारोबारियों, महिलाओं, दलितों, पिछड़ों और वंचितों को काफी लाभ मिलेगा।
भारत को दुनिया का मैन्युफैक्चरिंग हब बनाने की प्रतिबद्धता व्यक्त करते हुए प्रधानमंत्री ने एमएसएमई के देश के मध्यम वर्ग से जुड़े होने और गरीब तबके के लिए रोजगार की संभावनाओं पर जोर दिया। प्रधानमंत्री ने छोटे उद्योगों को बड़ी ताकत देने के लिए बजट में घोषित नई योजना के बारे में जानकारी दी, जिससे एमएसएमई के लिए ऋण की सुगमता बढ़ेगी। उन्होंने कहा, “बजट में की गई घोषणाएं विनिर्माण और निर्यात को हर जिले तक ले जाएंगी।” उन्होंने कहा, “ई-कॉमर्स, निर्यात केंद्र और खाद्य गुणवत्ता परीक्षण एक जिला-एक उत्पाद कार्यक्रम को नई गति देंगे।”
प्रधानमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि केंद्रीय बजट 2024-25 भारत के स्टार्टअप और नवाचार इकोसिस्टम के लिए अनेक अवसर लेकर आया है। उन्होंने अंतरिक्ष अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए एक हजार करोड़ रुपये के कोष और एंजल टैक्स को खत्म करने के उदाहरण दिए।
प्रधानमंत्री ने 12 नए औद्योगिक नोड्स, नए सैटेलाइट टाउन और 14 बड़े शहरों के लिए ट्रांजिट योजनाओं का उल्लेख करते हुए कहा, “रिकॉर्ड हाई कैपेक्स अर्थव्यवस्था की प्रेरक शक्ति बनगेा।” उन्होंने कहा कि इससे देश में नए आर्थिक केंद्रों का विकास संभव होगा और बहुत बड़ी संख्या में नए रोज़गार बनेंगे।
रिकॉर्ड रक्षा निर्यात पर बल देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि इस वर्ष के बजट में रक्षा क्षेत्र को आत्मनिर्भर बनाने के लिए कई प्रावधान किए गए हैं। उन्होंने कहा कि भारत के प्रति दुनिया का आकर्षण लगातार बढ़ रहा है, जिससे पर्यटन उद्योग के लिए नई संभावनाएं बनी हैं। उन्होंने इस वर्ष के बजट में पर्यटन पर जोर दिए जाने को रेखांकित करते हुए कहा कि पर्यटन उद्योग गरीबों और मध्यम वर्ग के लिए अनेक अवसर लेकर आता है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पिछले 10 वर्षों में सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि गरीब और मध्यम वर्ग को लगातार कर में राहत मिलती रहे, जबकि इस साल के बजट में आयकर में कटौती, स्टैंडर्ड डिडक्शन में बढ़ोतरी और टीडीएस नियमों को सरल बनाने के फैसले लिए गए हैं। उन्होंने कहा कि इन सुधारों से करदाताओं को अधिक पैसे बचाने में मदद मिलेगी।
प्रधानमंत्री ने कहा कि ‘पूर्वोदय’ के विजन के माध्यम से भारत के पूर्वी क्षेत्र के समग्र विकास को नई गति और ऊर्जा मिलेगी। उन्होंने कहा, “पूर्वी भारत में कई महत्वपूर्ण अवसंरचनाओं जैसे राजमार्गों, जल परियोजनाओं और बिजली परियोजनाओं का निर्माण कर विकास को नई गति दी जाएगी।”
प्रधानमंत्री ने कहा, “इस बजट का बहुत बड़ा फोकस देश के किसान हैं।” अन्न भंडारण के लिए दुनिया की सबसे बड़ी योजना के बाद अब सब्जी उत्पादन क्लस्टर बनाने जा रहे हैं, जिससे किसानों और मध्यम वर्ग दोनों को मदद मिलेगी। उन्होंने जोर देकर कहा, “कृषि क्षेत्र में भारत का आत्मनिर्भर बनना समय की मांग है। इसलिए, दलहन, तिलहन की पैदावार बढ़ाने के लिए किसानों को मदद की घोषणा की गई है।”
गरीबी उन्मूलन और गरीबों के सशक्तिकरण से जुड़ी प्रमुख योजनाओं का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने गरीबों के लिए 3 करोड़ घरों और जनजातीय उन्नत ग्राम अभियान के बारे में जानकारी दी, जो संतृप्ति दृष्टिकोण के साथ 5 करोड़ जनजातीय परिवारों को बुनियादी सुविधाओं से जोड़ेगा। इसके अलावा, ग्राम सड़क योजना 25 हजार नए ग्रामीण क्षेत्रों को पक्की सड़कों से जोड़ेगी, जिसका लाभ सभी राज्यों को मिलेगा।
प्रधानमंत्री ने जोर देकर कहा “आज का बजट नए अवसर, नई ऊर्जा, रोजगार और स्वरोजगार के नए अवसर लेकर आया है। यह बेहतर विकास और उज्ज्वल भविष्य लाया है”। प्रधानमंत्री ने भारत को दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी आर्थिक शक्ति बनाने में उत्प्रेरक की भूमिका निभाने और विकसित भारत की ठोस नींव रखने की बजट की क्षमता को रेखांकित करते हुए अपनी बात समाप्त की।