चारधाम यात्रा मार्ग पर घोड़े खच्चरों को मिल रही शानदार सुविधाएं – कैबिनेट मंत्री बहुगुणा

UTTARAKHAND NEWS


देवभूमि उत्तराखंड में श्री केदारनाथ , श्री बद्रीनाथ,श्री गंगोत्री एवं श्री यमुनोत्री धाम में बड़ी संख्या में तीर्थयात्रियों का आवागमन सुव्यस्थित एंव सुचारू ढंग से जारी है। बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आगमन को देखते हुए पशुपालन विभाग ने यात्री सुविधाओं को चाक-चौबंद बनाए रखने तथा पर्याप्त घोड़े खच्चर की सुविधाओं को उपलब्ध कराये जाने में जुटा हुआ है।

पशुपालन मंत्री सौरभ बहुगुणा ने घोड़े खच्चर संचालकों की सुविधा और सुरक्षित परिवहन के लिए यात्रा मार्गों व पड़ावों पर यात्री सुविधाओं व व्यवस्थाओं को चाक-चौबंद बनाए रखने के लिए विभागीय अधिकारियो को निरंतर कार्य में जुटे रहने की हिदायत दी है। उन्होंने कहा है कि श्रीकेदार , श्री बद्री , श्री यमुनोत्री पैदल मार्ग की व्यवस्थाओं पर विशेष ध्यान दिया जाय। मंत्री बहुगुणा ने बीते साल खुद यात्रा मार्ग का दौरा कर घोड़े खच्चर और पशुओं की बेहतर व्यवस्था का मुआयना करते हुए निर्देश दिए थे।
लेकिन स्वास्थ्य कारणों से अभी फील्ड में उतरने में असमर्थ मंत्री सौरभ ,लगातार यात्रियों की सुविधा व सुरक्षा को देखते हुए , पैदल मार्ग पर रोटेशन के आधार पर तय संख्या में ही घोड़े-खच्चर के आवागमन सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए हैं।

कैबिनेट मंत्री बहुगुणा ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए बताया कि “चारधाम यात्रा” के दौरान घोड़े-खच्चरों का एक अहम योगदान रहता है। लिहाजा, घोड़े-खच्चरों के लिए रजिस्ट्रेशन कराया गया है। रजिस्ट्रेशन के लिए जो छोटे-छोटे आसपास के गांव हैं, वहां पर कैंप लगाया गया है। इसके अलावा रजिस्ट्रेशन कैंप के साथ ही हेल्थ कैंप भी लगाया गया है ,जिससे चोटिल या बीमार घोड़े-खच्चरों का इलाज किया जा सके। घोड़े-खच्चरों के आराम करने के लिए त्रियुगीनारायण मंदिर के समीप टेंट की व्यवस्था की गयी है ।गौरीकुंड में घोड़े-खच्चरों के आराम के लिए बनाए गए टेंट को और अधिक बेहतर बनाया गया है।यात्रा के दौरान कई बार इन बेजुबान जानवरों के साथ अत्याचार के भी कई मामले देखे जाते रहे हैं।पशुपालन मंत्री सौरभ बहुगुणा ने कहा कि जानवरों के साथ क्रूरता न हो, इसके लिए आईटीबीपी से घोड़े खच्चरों के संचालकों की ट्रेनिंग कराई गयी है. ताकि इन बेजुबान जानवरों पर यात्रा के दौरान होने वाली क्रूरता पूरी तरह से लगाम लगाई जा सके।

यमुनोत्री पैदल मार्ग पर संचालित होने वाले घोड़े-खच्चरों की स्वास्थ्य जांच व चिकित्सा के लिए जानकीचट्टी में पशु चिकित्सा विभाग की टीम तैनात की गई है और यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि किसी भी बीमार या अनफिट अश्ववंश को यात्रा के लिए उपयोग में न लाया जाय। यमुनोत्री पैदल मार्ग पर घोड़े-खच्चरों के लिए उपयुक्त तापमान के पानी की व्यवस्था के लिए छः स्थानों पर गीजर की व्यवस्था की गई है। यात्रा पैदल मार्ग पर व्यवस्थाओं को दुरस्त बनाए रखने के लिए यात्री पंजीकरण केन्द्र, सूचना केन्द्र, घोड़ा पड़ाव, मेडीकल रिलीफ पोस्ट का निरीक्षण करने के साथ ही विभिन्न जगहों पर निर्मित पेयजल स्टेंड पोस्ट्स, वाटर एटीएम, एवं टॉयलेट्स का इंतज़ाम होने से यात्रिओं को भी सुखद यात्रा का एहसास हो रहा है।

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