जिला कलेक्ट्रेट सभागार नई टिहरी में आयोजित बैठक में सचिव डॉ. पंकज कुमार पाण्डेय ने जनपद में मनरेगा के साथ कन्वर्जन में किए जा रहे कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि अन्य जनपदों को भी इसका अनुसरण करना चाहिए। आगे भी ऐसे ही बड़े लेवल पर कन्वर्जन में कार्य करने के निर्देश दिए गए। आजीविका संवर्धन हेतु कलस्टर में कम करने तथा ऐसा तंत्र विकसित करने को कहा गया, जिसमें क्रय एवं विक्रय करने वाले एक दूसरे के कॉन्टेक्ट में रहें। सभी अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि कहीं भी कोई समस्या आती है, तो जनपद के उच्चाधिकारियों से चर्चा करें तथा आंकड़ों तक सीमित न रहे उपलब्धि पर फोक्स करें। केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा संचालित योजनाओं के सफल क्रियान्वयन हेतु शिक्षा, स्वास्थ्य, बाल विकास एवं पंचायती राज विभाग को मिलकर कार्य करने के निर्देश दिए गए।
सचिव डॉ. पाण्डेय ने क्रमवार लोक निर्माण विभाग एवं पीएमजीएसवाई की समीक्षा करते हुए भवान रोड़ पर बनाए जाने वाले ब्रिज एवं सुरक्षात्मक कार्य की तकनीकी जांच करने, एन.एच.-58 पर चिन्हित संवेदनशील भूस्खलन वाली सड़कों के मरम्मत हेतु फोटो एवं अभिलेख उपलब्ध कराते हुए डिमांड भेजने, एन.एच.-58 पर आर.डब्लू. से बाहर वाले भूस्खलन क्षेत्र सड़कों के मरम्मत कार्यों को आपदा में प्रस्तावित करने, सड़कों को गढ़ामुक्त करने हेतु जहां रोड़ सेफ्टी के कार्य किए जाने हैं, उनकी संयुक्त रिपोर्ट उपलब्ध कराते हुए डिमांड भेजने तथा बारिश के तुरन्त बाद कार्य शुरू करने के निर्देश दिए गए। लोक सभा सामान्य निर्वाचन-2024 की आचार संहिता से पूर्व योजनाओं की टेंडर प्रक्रिया पूर्ण कर निर्माण कार्य शुरू करने को कहा गया। जनपद स्तरीय प्लान रिंग रोड़ को अगले 50 साल को देखते हुए प्लान करने को कहा गया।
होम्योपैथिक विभाग को स्किन डिजिज जैसे रोग के निवारण हेतु क्लिनिक सेंटर सेटअप करने, जल निगम को जल संयोजन के कार्यों में प्रगति लाने, क्षमतानुसार पानी उपलब्ध कराने, जल सरंक्षण के स्रोत विकसित कर आर्थिकी मजबूत करने तथा फील्ड में जाकर समस्याओं का निस्तारण करने के निर्देश दिए गए। सिंचाई विभाग को सोलर पंप में पाइप का उपयोग करने के निर्देश दिए गए, ताकि पानी और खर्च की बचत हो सके। कृषि विभाग को पीएम फसल बीमा योजना के तहत अधिक से अधिक किसानों को लाभान्वित करने, पशुपालन विभाग और डेयरी विभाग को दुग्ध उत्पादन बढ़ाने और मीट उत्पादन पर फोकस करने, शिक्षा विभाग को बच्चों के लर्निग आउटकम के लिए टीचर को मोटिवेट करने, स्वास्थ्य विभाग को शत प्रतिशत संस्थागत डिलीवरी करवाने तथा डेंगू के खिलाफ सभी विभागों को मिलकर अभियान चलाने के निर्देश दिए गए।
इस मौके पर सचिव महोदय को अवगत कराया गया कि जनपद में 100 से अधिक गर्भवती महिलाओं को हाई रिस्क पर रखा गया है, जिनकी लगातार स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा मॉनिटरिंग की जा रही है। एनीमिया मुक्त भारत कार्यक्रम के अंतर्गत जनपद में कार्ययोजना तैयार कर समितियां गठित कर जागरूक किया जा रहा है।
इस मौके पर सीडीओ मनीष कुमार, आईएएस प्रशिक्षु आशिमा गोयल, एडीएम के.के. मिश्रा, सीएमओ मनु जैन, डीडीओ सुनील कुमार, सीएओ अभिलाषा भट्ट, सीईओ एस.पी. सेमवाल, सीवीओ आशुतोष जोशी सहित समस्त जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।