विंदेश्वर के प्राचीन ऐड़ाद्यो महादेव मंदिर को मिलेगी नई पहचान

UTTARAKHAND NEWS

(रानीखेत,अल्मोड़ा)14जून,2025.

विधानसभा सोमेश्वर और तहसील रानीखेत के अंतर्गत विदेश्वर स्थित धार्मिक और ऐतिहासिक महत्व वाले प्राचीन ऐड़ाद्यो महादेव मंदिर को अब पर्यटन की दृष्टि से नई पहचान मिलेगी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इसे मानसखंड माला मिशन में शामिल करने की घोषणा की है। इसके तहत मंदिर का सुधारीकरण एवं सौंदर्यीकरण कार्य किया जाएगा। मजखाली दीपक सिंह ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया यह निर्णय क्षेत्र के लिए महत्वपूर्ण है। ऐड़ाद्यो महादेव मंदिर का विकास होने से धार्मिक परंपराओं का संरक्षण तो होगा ही, बल्कि स्थानीय लोगों को भी रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे। उन्होंने उम्मीद जताई कि मानसखण्ड माला मिशन से जुड़ने के बाद विंदेश्वर क्षेत्र में पर्यटकों की संख्या में इज़ाफा होगा और क्षेत्र की सांस्कृतिक विरासत को नई पहचान मिलेगी।

दक्षिणी कैलाश के नाम से प्रसिद्ध सोमेश्वर और भीटारकोट के बीच ऊंची पहाड़ियों व घने वांज-बुरांश के जंगलों में स्थित ऐड़ाद्यो मंदिर अपनी चमत्कारिक शक्तियों और धार्मिक आस्था के लिए प्रसिद्ध है। इसे श्रद्धालु दक्षिणी कैलाश के नाम से जानते हैं। यहां से हिमालय की बर्फीली चोटियों के दर्शन भी होते हैं। करीब 80 साल पहले महादेव गिरी महाराज ने इस मंदिर को स्थापित किया। मंदिर परिसर में स्थित विंदेश्वरी माता मंदिर की स्थापना संत बालकृष्ण यति के मार्गदर्शन में हुई। उन्होंने 18 भुजाओं वाली देवी की कल्पना की, जो धार्मिक दृष्टि से खास मानी जाती है। इसकी 20 अप्रैल 2003 को मंदिर की नींव रखी गई और 2007 में निर्माण पूर्ण हुआ।

मुख्यमंत्री की घोषणा के अनुसार विंदेश्वर स्थित ऐड़ाद्यो महादेव मंदिर को मानसखंड माला मिशन के अंतर्गत विकसित किया जाएगा। इसके लिए पर्यटन विभाग को आवश्यक अग्रिम कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए हैं।

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