रुद्रप्रयाग/ उत्तराखण्ड राज्य में बढ़ती नशाखोरी के नियंत्रण तथा राज्य में अफीम, खस खस एवं पोस्त की अवैध खेती को एन0डी0पी0एस0 एक्ट 1985 में वर्णित प्राविधानों/नियमों के अन्तर्गत रोकने/समाप्त किये जाने के सम्बन्ध में प्रत्येक माह जनपद स्तर पर नारकोटिक्स को-ऑर्डिनेशन की गोष्ठी किये जाने के निर्देश उत्तराखण्ड शासन के स्तर से निर्गत किये गये हैं। उत्तराखण्ड राज्य के सभी जनपदों में सम्बन्धित जिलाधिकारी की अध्यक्षता में उक्त गोष्ठी का आयोजन किया जाता है।
इसी क्रम में आज दिनांक 24 फरवरी 2023 (शुक्रवार) को जिलाधिकारी रुद्रप्रयाग के कार्यालय कक्ष में जिलाधिकारी रुद्रप्रयाग श्री मयूर दीक्षित की अध्यक्षता व सदस्य संयोजक पुलिस अधीक्षक रुद्रप्रयाग डॉ0 विशाखा अशोक भदाणे की उपस्थिति में जिला स्तरीय एन0सी0ओ0आर0डी0 के सदस्यों के साथ मासिक बैठक आहूत की गयी।
बैठक के सदस्य संयोजक पुलिस अधीक्षक द्वारा गोष्ठी का शुभारम्भ करते हुए उपस्थित सभी सदस्यों का स्वागत करते हुए अवगत कराया गया कि मा0 मुख्यमंत्री जी उत्तराखण्ड की अपेक्षा के क्रम में सम्पूर्ण उत्तराखण्ड राज्य को ड्रग्स फ्री देवभूभि 2025 यानि राज्य को हर हाल में 2025 तक ड्रग्स फ्री किये जाने हेतु सम्बन्धित सभी विभागों के आपसी समन्वय हेतु यहां पर एकत्र हुए हैं। उनके द्वारा बताया गया कि जनपद स्तर पर एन्टी नारकोटिक्स टीम का गठन है, जिसमें अन्य सम्बन्धित विभागों से भी निरन्तर सहयोग की आवश्यकता है। पुलिस विभाग के स्तर से निरन्तर जन जागरुकता अभियान चलाये जा रहे हैं। इस वर्ष अब तक पुलिस के स्तर से विभिन्न विद्यालयों, शिक्षण संस्थानों, व आम जनमानस के बीच जाकर 30 जागरुकता गोष्ठियां की जा चुकी हैं व इस सम्बन्ध में लगातार अधीनस्थों को निर्देश भी जारी किये गये हैं। पुलिस विभाग के स्तर से निरन्तर चेकिंग इत्यादि भी की जा रही है। प्राप्त होने वाली सूचनाओं पर छापेमारी भी की जा रही है, तथा अवैध नशे का कारोबार करने वालों के विरुद्ध अभियोग पंजीकृत किये जा रहे हैं। उनके द्वारा बैठक में उपस्थित मुख्य शिक्षा अधिकारी रुद्रप्रयाग से अपेक्षा की गयी कि वे जनपद के सभी प्रधानाचार्यों को अपने स्तर से निर्देश जारी करेंगे कि क्या किसी विद्यालय में बच्चों के व्यवहार एवं स्वभाव में अचानक कोई परिवर्तन तो नहीं आ रहा है, यदि इस प्रकार का परिवर्तन परिलक्षित हो रहा हो तो इसकी सूचना साझा करेंगे, ताकि ऐसे बच्चों का समय रहते चिन्हीकरण कर, उनकी काउन्सिलिंग इत्यादि कर उसे नशे के दलदल में जाने से बचा जा सके।
जिलाधिकारी रुदप्रयाग ने मुख्य शिक्षा अधिकारी रुद्रप्रयाग सहित उपस्थित अन्य विभागीय अधिकारियों यथा समाज कल्याण विभाग, स्वास्थ्य विभाग, कृषि विभाग को निर्देश दिये गये कि उनके स्तर से आयोजित होने वाले जागरुकता कार्यक्रमों के सम्बन्ध में पुलिस विभाग से समन्वय स्थापित किया जाये। इसके अतिरिक्त आगामी बैठकों में उच्च शिक्षा से सम्बन्धित पदाधिकारियों को भी बैठक में आमंत्रित किये जाने के निर्देश दिये गये।
स्वास्थ्य विभाग से सम्बन्धित काउन्सलर की तैनाती के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त की गयी। स्वास्थ्य विभाग के प्रतिनिधि द्वारा अवगत कराया गया कि काउन्सलर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र अगस्त्यमुनि में बैठते हैं। जिलाधिकारी द्वारा निर्देश दिये गये कि काउन्सिलिंग हेतु सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र अगस्त्यमुनि के किसी एक कक्ष को ठीक करवाकर चयनित कर लिया जाये। जिलाधिकारी द्वारा उपस्थित प्रभारी समाज कल्याण अधिकारी रुद्रप्रयाग को रिहेबिलेटेशन सेन्टर के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त कर उनको उपलब्ध कराये जाने के निर्देश दिये गये। साथ ही इस सम्बन्ध में सभी विभागों के साथ उचित समन्वय बनाये जाने के निर्देश दिये गये।
मुख्य शिक्षा अधिकारी रुद्रप्रयाग द्वारा अवगत कराया गया कि उनके स्तर से पुलिस विभाग के नोडल अधिकारी से निरन्तर समन्वय स्थापित करते हुए विद्यालयों में जन-जागरुकता कार्यक्रम आयोजित कराये जा रहे हैं। शिक्षकों को भी संवेदनशील कराये जाने हेतु डायट रतूड़ा में आयोजित होने वाले प्रशिक्षण कार्यक्रमों में भी पुलिस विभाग के सहयोग से जागरुकता कार्यक्रम कराये जा रहे हैं। उनके द्वारा यह भी अवगत कराया गया कि आगामी माह मार्च में अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर जनपद में वृहद जनजागरुकता कार्यक्रम आयोजित किया जाना प्रस्तावित है, इसमें नशे एवं ड्रग्स के दुष्प्रभाव विषय पर भी जागरुक किया जायेगा। इसके अतिरिक्त आगामी दिवसों से विद्यालयों की वार्षिक परीक्षायें व 16 मार्च से बोर्ड परीक्षायें प्रस्तावित हैं। परीक्षाओं की समाप्ति के उपरान्त अगले शिक्षण सत्र के प्रारम्भ होने पर जनपद के हरेक विद्यालय में जागरुकता को प्रभावी ढंग से बढ़ाया जायेगा व समय-समय पर जागरुकता रैलियां भी निकाली जायेंगी।
जिलाधिकारी द्वारा निर्देश दिये गये कि जनपद के किसी भी क्षेत्र में अफीम की खेती होने के सम्बन्ध में अभिसूचना संकलन करा लिया जाये व जनपद में आगामी समय में होने वाली चारधाम यात्रा के दृष्टिगत नशे का परिवहन होने के दृष्टिगत रैण्डम चेकिंग किये जाने के निर्देश दिये गये।
उपस्थित जिला सूचना अधिकारी रुद्रप्रयाग को नुक्कड़ नाटक व अन्य माध्यमों से जनजागरुकता कार्यक्रमों के प्रचार-प्रसार किये जाने के निर्देश दिये गये। जिलाधिकारी रुद्रप्रयाग द्वारा निर्देशित किया गया कि नशाखोरी से सम्बन्धित किसी भी प्रकार की सूचनाओं का तात्कालिक रूप से आदान-प्रदान किये जाने हेतु व्हट्सएप ग्रुप बनाया जाये।
पुलिस अधीक्षक रुद्रप्रयाग द्वारा बताया गया कि कहीं पर भी नशाखोरी की शिकायत प्राप्त होती है तो तुरन्त नजदीकी पुलिस स्टेशन को सूचना दें, ताकि समय रहते आवश्यक वैधानिक कार्यवाही की जा सके। जनपद को नशामुक्त बनाये जाने का संकल्प एवं जनपद के सम्बन्धित सभी विभागों की आपसी भागीदरी सुनिश्चित कराये जाने की अपेक्षाओं सहित गोष्ठी का समापन किया गया।
आज हुई बैठक के अवसर पर मुख्य शिक्षाधिकारी श्री विनोद प्रसाद सिमल्टी, मुख्य कृषि अधिकारी श्री लोकेन्द्र बिष्ट, प्रभारी जिला समाज कल्याण अधिकारी श्री हर्षवर्द्धन भट्ट, पुलिस उपाधीक्षक ऑपरेशन्स श्रीमती हर्षवर्द्धनी सुमन, स्वास्थ्य विभाग से डॉ0 शशि एवं श्री दीपक नौटियाल, वन विभाग से श्री राजेन्द्र सिंह रावत, जिला सूचना अधिकारी श्री रति लाल, शाह, प्रभारी एन्टी नारकोटिक्स टास्क फोर्स निरीक्षक श्री योगेन्द्र सिंह गुसाईं प्रभारी आशुलिपिक नरेन्द्र सिंह इत्यादि उपस्थित रहे।