एक दिवसीय बैंक लिंकेज कार्यशाला सम्पन्न

UTTARAKHAND NEWS

नई टिहरी  | जिलाधिकारी टिहरी गढ़वाल इवा आशीष श्रीवास्तव की अध्यक्षता में आज जिला मुख्यालय स्थित बहुउद्देश्य सभागार में एक दिवसीय बैंक लिंकेज कार्याशाला का आयोजन किया गया। इस मौके पर जिला स्तर पर संचालित विभिन्न कौशल विकास कार्यक्रमों के लाभार्थियों, ऋण देने वाली एजेंसियों के रूप में बैंकों और कौशल विकास पारिस्थितिकी तंत्र के अन्य हित धारकों के बीच सम्पर्क/संवाद स्थापित किया गया।
जिलाधिकारी ने कौशल विकास कार्यक्रमों के लाभार्थियों को बधाई देते हुए कहा कि आप लोग स्वरोजगार अपनाकर बहुत अच्छा कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि स्वरोजगार के तहत स्वयं के बूते अपना रोजगार संचालित करना और दूसरों को भी उसमें जोड़कर रोजगार अवसर उपलब्ध कराना है। उन्होंने कहा कि कार्यशाला के माध्यम से ज्ञान वृद्धि होती है, इसका लाभ उठायें और अन्य लोगों को भी इसके बारे में जानकारी दें। इस अवसर पर जिलाधिकारी ने स्वयं सहायता समूह से जुड़े उद्यमियों से वार्ता कर उनकी समस्याएं एवं सुझाव प्राप्त किये। भागीरथी स्वंय सहायता समूह थौलधार की विनीता नौटियाल ने बताया कि उनके समूह द्वारा साबून बनाने का कार्य किया जा रहा है, उनके द्वारा मशीन की मांग की गई। सीता स्वयं सहायता समूह थौलधार अतुला देवी ने अपने नर्सरी के काम में सहायता दिये जाने की बात कही। प्रगति स्वयं सहायता समूह जाखणीधार वन्दना रतूड़ी ने बताया कि उनके समूह द्वारा कडियाल गांव जाखणीधार ब्लॉक में रेस्टारेंट का कार्य किया जा रहा है, उनके द्वारा डीप फ्रीजर की मांग की गई। इस पर जिलाधिकारी ने परीक्षण कर नियमानुसार उचित कार्यवाही किये जाने का आश्वासन दिया।
इससे पूर्व जिला विकास अधिकारी सुनील कुमार ने बैंक लिंकेज क्यों, सेविंग एकाउंट बीमा सहित अन्य प्रयोजित बीमा की जानकारी क्यों जरूरी है, के संबंध में बताया। जिला सेवायोजन अधिकारी विनायक श्रीवास्तव ने आजीविका संवर्द्धन के लिए कौशल अधिगम और ज्ञान जागरूकता के संबंध में विस्तार जानकारी दी गई। महाप्रबन्धक जिला उद्योग केन्द्र महेश प्रकाश ने मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना(एमएसवाई), एक जनपद दो उत्पाद योजना तथा मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना अति सूक्ष्म के संबंध में विस्तार से जानकारी दी गई। उन्होंने कहा कि ऐसे सभी छोटे उद्यमी, जिन्हें अपने व्यवसाय के संचालन के लिए कम पूंजी की आवश्यकता है, को मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना अति सूक्ष्म (नैनो) उद्यम में मुद्रा ऋण योजना (शिशु) के अन्तर्गत न्यूनतम औपचारिकता के साथ 50 हजार रूपये तक के ऋण की सुविधा उपलब्ध कराई जाती है। निदेशक आरसेठी बिक्रम सिंह चौहान ने मुद्रा योजना, बैंकिग योजना, ऋण लेने हेतु डाक्यूमेंटशन आदि के बारे में जानकारी दी। नाबार्ड से ए.के. शुक्ला द्वारा एग्री क्लीनिक्स एग्री बिजनेस सेंटर के बारे में बताया गया।
इस अवसर पर एबीडीओ कीर्तिनगर मुकेश जोशी, थौलधार विजेन्द्र सिंह, चम्बा हेमन्ती काला, एरिया कॉर्डिनेडर(एनआरएलएम) दिया बिष्ट, रूचि बहुगुणा, वन्दना रतूड़ी सहित अन्य स्वयं सहायता समूह के सदस्य मौजूद रहे।

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