केदारनाथ आने वाले श्रद्धालुओं को प्रशासन की ओर से दर्शनों के लिए टोकन की व्यवस्था लागू की जा रही है। इसके अलावा यात्रा पड़ावों पर प्लास्टिक का कचरा कम करने के लिए भी नई पहल होगी। इसके तहत श्रद्धालुओं को प्लास्टिक की खाली बोतलें दुकानदार के पास जमा करानी होंगी। यह बात केदारनाथ यात्रा के सुव्यवस्थित संचालन को गुप्तकाशी इंटर कालेज में बुलाई गई जनप्रतिनिधि, तीर्थ पुरोहित, अधिकारी और स्थानीय निवासियों की बैठक में जिलाधिकारी मनुज गोयल ने कही। उन्होंने कहा कि मंदिर परिसर में दर्शनों के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ न हो, इसके लिए टोकन व्यवस्था लागू की जा रही है। यात्रा के दौरान पेयजल समेत पेय पदार्थों के लिए प्लास्टिक की बोतलों के उचित निस्तारण को सभी दुकानदारों से सहयोग की अपेक्षा की गई है। इसके तहत सभी तरह की प्लास्टिक की बोतलों पर दुकानदारों की ओर से टैग लगाया जाएगा। दुकानदार श्रद्धालुओं से पानी की बोतल का अतिरिक्त शुल्क लेंगे और उपयोग के बाद खाली बोतल लौटाने पर यह शुल्क वापस कर दिया जाएगा। लेकिन, बोतल पर टैग लगा होना चाहिए। शुल्क लौटाने के लिए जिला प्रशासन की ओर से आफिस खोला जा रहा है। बैठक में यात्रा के सफल संचालन को यातायात, स्वास्थ्य, पेयजल, स्वच्छता, विद्युत, आवास आदि व्यवस्थाओं पर भी चर्चा हुई। साथ ही तीर्थ पुरोहित और पंडा समाज के सदस्यों से सुझाव भी लिए गए। इस मौके पर केदारनाथ विधायक शैला रानी रावत ने कहा कि यात्रा के बेहतर संचालन के लिए सभी को इसमें अपनी भागीदारी सुनिश्चित करनी होगी।