प्रतिवर्ष फरवरी माह के तीसरे शनिवार को विश्व पैंगोलिन दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दिन को मनाने का उद्देश्य विश्व में सबसे अधिक अवैध तस्करी किए जाने वाले स्तनधारी जीव के प्रति लोगो को जागरूक करना होता है। पैंगोलिन वन्य जीव के संरक्षण व इसके प्रति जनमानस में जनजागरूकता आए इसके लिए पिछले एक सप्ताह से माटी संस्था देहरादून उत्तराखंड साइन्स एडुकेशन एंड रिसर्च सेंटर (USERC), उत्तराखंड वन विभाग, देहरादून चिड़ियाघर, आईयूसीएन, एसएससी पंगोलीन स्पेशलिस्ट समूह, दून विश्वविद्यालय, डीएसटी –एसईआरबी व अल्पाइन ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूट, देहारादून के साथ मिल कर पैंगोलिन जनजागरूकता सप्ताह चला रही है।
पैंगोलिन जनजागरूकता सप्ताह के क्रम में आज माटी संस्था ने अपने सहयोगी संस्था के साथ संयुक्त रूप से देहरादून चिड़ियाघर में नुक्कड़ नाटक का मंचन एवं जनजागरूकता अभियान चलाया गया।
इस कार्यक्रम के दौरान उत्तराखंड वन विभाग के एपीसीसीएफ़ श्री सरगम सिंह रसेली मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहें। अन्य अथितियों में श्री मोहन सिंह नेगी (फॉरेस्ट रेंजर, देहरादून चिड़ियाघर), डॉ० वेद प्रकाश कुमार (वैज्ञानिक व संस्थापक, माटी देहरादून) व डॉ० अंकिता राजपूत (वैज्ञानिक व सहसंस्थापक, माटी देहरादून) उपस्थित रहें।
कार्यक्रम के दौरान उपस्थित अतिथियों ने अपने संदेश में पेंगोलीन वन्यजीव के घटती संख्या पर चिंता प्रकट किया एंव इस वन्यजीव के बचाएं रखने लिए जन भागीदारी का अवाहन किया। मुख्य अतिथियों ने माटी संस्था के द्वारा किए जा रहे वन्यजीव संरक्षण सह जनजागरूकता कार्यक्रमों व अभियानों की सराहना किया एवं निकट भविष्य में भी ऐसे विलुप्त होते जा रहे वन्यजीवों के संरक्षण हेतु जन जागरूकता कार्यक्रमों को आयोजित कराने में सरकार व विभाग के सहयोग करने हेतु वचन दिया।
देहरादून चिड़ियाघर परिसर मे आयोजित इस नुक्कड़ नाटक के द्वारा कलाकारों व वोलेंटियर्स ने चिड़ियाघर परिसर में आए लोगों को घूम – घूम कर लोगों को पेंगोलीन वन्यजीव के अहमियत एवं इसके संरक्षण के प्रति जागरूकता का संदेश दिया। चिड़ियाघर में आए पर्यटक, अभिभाव व बच्चे इस कार्यक्रम व पैंगोलिन जीव के बारे में जानने हेतु उत्साहित दिखाई दिये। लोगों में पैंगोलिन जीव के संरक्षण के प्रति जागरूकता आए इसके लिए उपस्थित लोगों को पैंगोलिन जीव से संबन्धित स्टिकर और पोस्टर बाँटे गए, स्टिकर व पोस्टर पा कर बच्चे बहुत खुश हुये।
पिछले एक सप्ताह से चल रहे इस जनजागरूकता अभियान के क्रम में संस्था से जुड़े देहारादून के विभिन्न कॉलेजों व विश्वविद्यालयों के 200 से ज्यादा वोलेंटिएयरों के समूह ने लोगों में पेंगोलीन वन्यजीव के प्रति जागरूकता संबन्धित एक सर्वे भी किया जिसमें लोगों से पेंगोलीन जीव से संबन्धित जानकारी मूलभूत प्रश्न पूछे गए। संस्था के द्वारा किए गए सर्वे में अधिकांशत: लोगों में पेंगोलीन वन्यजीव के बारे में जानकारी का अभाव देखा गया। संस्था से जुड़े वोलेंटिएयर्स ने हाथ से बने बैनरों व पोस्टरों वाले संदेशों से पेंगोलीन वन्यजीव के प्रति मूलभूत जानकारी देकर इसके संरक्षण के प्रति जागरूक किया।
नुक्कड़ नाटक के कलाकारों में मंजीत, मानेंद्र, सौम्या, मोनिका, रितिक, आदित्य आदि शामिल रहे। इस कार्यक्रम को सफल आयोजन में माटी संस्था, देहारदून के सदस्य ओयन्द्रिला सनयाल, अनुप्रिया, दीपशिखा, अमित, आदित्य, थमय, देहारादून चिड़ियाघर, यूएसईआरसी उत्तराखंड साइन्स एडुकेशन एंड रिसर्च सेंटर, उत्तराखंड वनविभाग, अल्पाइन कॉलेज, देहरादून आदि संस्थाओं के अधिकारी एवं कर्मचारीगण ने अपना योगदान किया।