उत्तराखंड में हरेला पर्व एक महत्वपूर्ण त्यौहार है, जो संस्कृति और पर्यावरण संरक्षण का संदेश देता है। इस वर्ष, ग्राम उम्मेदपुर में गंगोत्री कौशल विकास एवं उत्थान समिति द्वारा आयोजित एक पौधरोपण कार्यक्रम में विभिन्न प्रजातियों के 50 पौधे लगाए गए। इस कार्यक्रम में गणपति स्वयं सहायता समूह की महिला सदस्यों ने भाग लिया और वन अनुसंधान संस्थान, देहरादून के सौजन्य से प्राप्त औषधीय और संगंध पौधों को वितरित किये गए।
इस कार्यक्रम का उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण और संस्कृति को बढ़ावा देना था। पौधरोपण के माध्यम से, हम अपने पर्यावरण को स्वच्छ और हरित बना सकते हैं। साथ ही, यह कार्यक्रम महिला सशक्तिकरण को भी प्रोत्साहित करता है, क्योंकि महिलाएं पर्यावरण संरक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।
हरेला पर्व के अवसर पर, हमें पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक रहने और अपने संस्कृति को बनाए रखने का संकल्प लेना चाहिए। आइए हम सभी मिलकर अपने पर्यावरण को स्वच्छ और हरित उत्तराखंड बनाने के लिए काम करें।
“इस अवसर पर गंगोत्री कौशल विकास के श्री रमेश खत्री, श्रीमती ज्योत्सना खत्री और समूह की ओर से अनीता नेगी, नीलू रावत, लक्ष्मी, उषा, रामी देवी, मोनिका, संगत सिंह, गीता रावत, दिव्यप्रताप सहित अन्य लोग उपस्थित थे।”