आज उत्तराखंड विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान केंद्र (यूसर्क) देहरादून द्वारा देव भूमि विज्ञान समिति के संयुक्त तत्वावधान में विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर “Land Restoration, Dessertification and Drought Resillience” विषय पर एक विशेषज्ञ व्याख्यान का आयोजन किया गया ।
कार्यक्रम में यूसर्क की निदेशक प्रो. (डॉ) अनीता रावत ने अपने संबोधन में कहा कि आज हम सभी को पर्यावरण के संरक्षण की दिशा में गंभीरता के साथ कार्य करने की जरूरत है। प्रोफेसर रावत ने कहा कि आज उचित भूमि प्रबंधन करने के लिए एक्शन ओरिएंटेड सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता है तथा कम्यूनिटी को सशक्त बनाते हुए एकीकृत जल संसाधन प्रबंधन, कृषि कार्यों में सुधार आदि पर फोकस किए जाने की जरूरत है।
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय, हिसार के वरिष्ठ प्रोफेसर (डॉ) सुरेंद्र सिंह धनकर ने “Land Restoration, Dessertification and Drought Resillience” विषय पर मुख्य व्याख्यान दिया। उन्होंने अपने व्याख्यान में क्लाइमेट चेंज, जैव विविधता संरक्षण, भूमि संरक्षण, भूमि को रेगिस्तान बनने को रोकना, इकोसिस्टम रेस्टोरेशन, ग्रीन टेक्नोलॉजी, फ्रेश वाटर इकोसिस्टम आदि पर विस्तार से बताया ।
कार्यक्रम का धन्यवाद ज्ञापन यूसर्क वैज्ञानिक डॉ. ओम प्रकाश नौटियाल ने किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ भवतोष शर्मा ने किया।
कार्यक्रम में पूरे उत्तराखंड के विभिन्न यूसर्क विज्ञान चेतना केंद्रों के प्रभारी शिक्षक, प्रधानाचार्य, उच्च शिक्षण संस्थानों के प्राध्यापक, सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय अल्मोड़ा के पूर्व कुलपति प्रोफेसर नरेंद्र सिंह भंडारी, डॉक्टर मंजू सुन्दरियाल, डॉ राजेन्द्र सिंह राणा, यूसर्क आईसीटी के इं. ओम जोशी, उमेश जोशी, राजदीप जंग एवं विद्यार्थियों सहित लगभग 100 लोग उपस्थित रहे ।