सीमावर्ती जनपदों चंपावत एवं पिथौरागढ़ को पर्यटन मंत्रालय भारत सरकार की महत्वपूर्ण स्वदेश दर्शन योजना में शामिल किया गया

UTTARAKHAND NEWS

चम्पावत / पर्यटन मंत्रालय भारत सरकार की महत्वपूर्ण स्वदेश दर्शन योजना अंतर्गत स्वदेश दर्शन 2.0 में उत्तराखंड के सीमावर्ती दो जनपदों चंपावत एवं पिथौरागढ़ को शामिल किया गया है। योजना अंतर्गत पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा दिए जाने हेतु अनेक मूलभूत सुविधाओं के साथ ही इन क्षेत्रों को पर्यटन की दृष्टि से विकसित करना है। स्वदेश दर्शन 2.0 अंतर्गत जनपद चंपावत में प्रथम चरण के अंतर्गत पांच स्थान ऐबटमाउंट, कोलिढेक झील, चाय बागान, चूका एवं जिला मुख्यालय स्थित राजबुंगा किले को लिया जा रहा है। इन सभी क्षेत्रों में पर्यटन सुविधाओं को बढ़ावा दिए जाने आदि कार्यों हेतु प्रस्ताव डीपीआर तैयार किए जाने को लेकर सोमवार को जिलाअधिकारी नवनीत पांडे की अध्यक्षता में एक बैठक संपन्न हुई। बैठक में स्वदेश दर्शन 2.0 के अंतर्गत चयनित पांच पर्यटन स्थलों एबेट माउंट,कोलीढेक झील, चंपावत चाय बागान, चूका एवं राजबूंगा किले के सौंदर्यकरण, इन स्थानों में मूलभूत पर्यटन सुविधाओं को विकसित करने हेतु हेरिटेज के रूप में विकसित करने, ईको पर्यटन के रूप में विकसित करने सहित अन्य आवश्यकीय सुविधाओं को विकसित करने हेतु भारत सरकार पर्यटन मंत्रालय द्वारा डिलायट कंपनी को डीपीआर बनाए जाने हेतु अधिकृत किया गया हैं।  सोमवार को डिलायट से आए प्रोजेक्ट कोऑर्डिनेटर गौरव पन्त, अमरेश तथा दिनेश कुमार द्वारा तैयार की जा रही डीपीआर के बारे में जानकारी दी गई।
जिलाधिकारी ने इस दौरान इन पांचो पर्यटन स्थलों में पर्यटन सुविधाओं को विकसित कराए जाने के संबंध में अनेक सुझाव दिए तथा कंपनी से आए प्रतिनिधियों को आगामी 15 दिनों में इन पांच क्षेत्रों में पर्यटन सुविधाओं को विकसित किए जाने, आदि का आकलन कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए। ताकि उसी के आधार पर डीपीआर तैयार कर शासन को भेजी जा सके। कंपनी से आए प्रोजेक्ट कोऑर्डिनेटर ने अवगत कराया कि इन पांचो स्थान में डीपीआर चार चरणों में बनाई जाएगी। इस परियोजना अंतर्गत 70 करोड रुपए भारत सरकार द्वारा स्वीकृत किए गए हैं। बैठक में जिलाधिकारी इन पांचो पर्यटन स्थलों में आवश्यक सुविधाएं जैसे पाथवे, कैफे निर्माण, पुस्तकालय, पार्किंग,म्यूजियम, स्थानीय शैली में निर्मित भवनों, स्थानीय उत्पादों की बिक्री हेतु आउटलेट्स, योग एवं ध्यान केंद्र, छोटा जिम, बच्चों के मनोरंजन के संसाधन, शौचालय का निर्माण, लाइट एंड साउंड सिस्टम, बेंचेज निर्माण, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन की व्यवस्था, एडवेंचर पार्क का निर्माण जैसे आवश्यक कार्यों को डीपीआर में शामिल करने के निर्देश डिलायट कंपनी से आए प्रतिनिधियों को दिए। साथ ही इस संबंध में जिलाधिकारी द्वारा पर्यटन विकास अधिकारी को भी आवश्यक निर्देश दिए गए।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी राजेंद्र सिंह रावत, जिला पर्यटन विकास अधिकारी अरविंद कुमार गौड़, पुलिस क्षेत्राधिकारी विवेक कुटियाल, महाप्रबंधक जिला उद्योग केंद्र दीपक मुरारी, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी मनोज पांडे, सहायक अभियंता लोनिवि अनुपम राय, अधिशासी अधिकारी नगर पालिका चंपावत अशोक कुमार वर्मा सहित डिलाइट कंपनी से आए प्रतिनिधि व अन्य विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे।

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