कोलकाता के श्यामाप्रसाद मुखर्जी बंदरगाह से 31 जुलाई को बांग्लादेश के लिए प्रयोग के तौर पर भेजा गया मालवाहक जहाज-एमवी रिशाद रेहान सोमवार को मौंगला बंदरगाह पहुंच गया है। मँगला बंदरगाह प्राधिकरण ने एक प्रेस विज्ञप्ति में बताया है कि इस जहाज पर 16 टन से अधिक लोहे के पाइप और साढे आठ टन प्री-फोम लदा हुआ था।
अगले कुछ महीनों में ऐसे तीन ट्रायल और किए जाने हैं। वर्ष 2018 में भारत से बांग्लादेश और बांग्लादेश से भारत के बीच वस्तुओं की आवाजाही के लिए चट्टोग्राम और मौंगला बंदरगाहों के इस्तेमाल का समझौता हुआ था। इसके अन्तर्गत मालवाहक जहाजों की यह शुरूआत की गई है। जुलाई 2020 में भी इसी प्रकार एक प्रयोग किया गया था, जिसमें भारत से सामान लेकर मालवाहक जहाज चट्टोग्राम पहुंचा था। मार्च 2022 में भारत-बांग्लादेश तटकर अधिकारियों के संयुक्त समूह की 13वीं बैठक के दौरान मालवाहक जहाजों की आवाजही के लिए यह निर्णय लिया गया था। भारत और बांग्लादेश के बीच व्यापार और मैत्रीपूर्ण संबंधों को बढावा देने के लिए यह प्रयोग किया गया है।