अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2022: PM मोदी बोले- योग एक वैश्विक पर्व, इसमें विश्व शांति लाने की क्षमता

UTTARAKHAND NEWS

भारत के साथ पूरे विश्व में मंगलवार को ”अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस” जा रहा है। इस मौके पर पीएम मोदी ने कर्नाटक के मैसूर में योग दिवस कार्यक्रम में हिस्सा लिया। पीएम मोदी के साथ हजारों की संख्या में लोग इस कार्यक्रम में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने कहा, योग को एक वैश्विक पर्व बताया। पीएम मोदी ने कहा योग किसी व्यक्ति मात्र के लिए नहीं बल्कि सम्पूर्ण मानवता के लिए है। इसलिए, इस बार अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की थीम है- Yoga for humanity। योग में विश्व शांति लाने की क्षमता है। योग व्यक्ति को ही नहीं समुदायों और राष्ट्रों को भी संघर्ष के भाव से मुक्ति दिलाकर शांति देता है।

गौरतलब हो, 15 हजार से अधिक लोगों ने पीएम मोदी की अगुवाई में इस योग उत्सव में शिरकत की। सिर्फ मैसूरु पैलेस ही नहीं बल्कि देश के 75 आइकॉनिक लोकेशंस से तमाम मंत्री, नेता और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने भी इस योग दिवस की अगुवाई की। इस प्रकार पूरे विश्व में योग को लेकर एक विशाल संदेश दिया जा रहा है।

पीएम मोदी ने मैसूरु पैलेस प्रांगण में योग दिवस कार्यक्रम को संबोधित किया। पीएम मोदी ने कहा, भारत में इस बार योग दिवस हम एक ऐसे समय पर मना रहे हैं जब देश अपनी आजादी के 75वें वर्ष का पर्व मना रहा है, अमृत महोत्सव मना रहा है।

पीएम मोदी ने बताए योग के लाभ

उन्होंने योग के व्यक्तिगत और सामूहिक लाभ बताए और योग से जुड़ी जीवनशैली के महत्व को रेखांकित किया। योग दिवस के माध्यम से पीएम मोदी ने भारत की वैश्विक भूमिका भी समझाई। उन्होंने कहा कि योग की अनादि यात्रा भविष्य को दिशा देते हुए आगे चलती रहेगी। हम सर्वे भवंतु सुखिनः सर्वे संतु निरामया के भाव के साथ एक स्वस्थ और शांतिपूर्ण विश्व को योग के माध्यम से भी गति देंगे।

हिंदी और अंग्रेजी में दिया संबोधन

पीएम मोदी ने इस दौरान हिंदी और अंग्रेजी में दिए गए संबोधन में देश तथा दुनिया को योग से जुड़ी जीवनशैली अपनाने का संदेश दिया। पीएम मोदी ने कहा- “योग केवल व्यक्ति को शांति प्रदान नहीं करता बल्कि पूरे समाज को शांति प्रदान करता है। इससे देश को शांति मिलती है और सारे ब्रह्मांड को शांति मिलती है।” उन्होंने कहा कि योग हमें ब्रह्मांड से जोड़ता है और हमें आंतरिक रूप से जागरूक बनाता है।

पीएम मोदी ने योग दिवस को संपूर्ण मानवता के साथ जोड़ा

पीएम मोदी ने योग दिवस को संपूर्ण मानवता के साथ जोड़ा। उन्होंने कहा कि इस बार ‘अंतरराष्ट्रीय योग दिवस’ का थीम ‘योगा फॉर ह्यूमेनिटी’ है। आज योग वैश्विक सहयोग का पारस्परिक आधार बन रहा है। योग मानव मात्र को निरोग जीवन का विश्वास दे रहा है।

योग जीवन जीने का माध्यम

उन्होंने कहा कि दुनिया के लोगों के लिए योग आज केवल जीवन का एक हिस्सा नहीं बल्कि जीवन जीने का एक माध्यम बन रहा है। तनावपूर्ण माहौल में थोड़े समय के लिए किया गया ध्यान हमें न केवल तनाव मुक्त करता है बल्कि हमारी उत्पादकता को भी बढ़ाता है। योग केवल एक अतिरिक्त काम नहीं बल्कि जीवन का अभिन्न अंग है।

पीएम मोदी ने कहा- हमें योग को जानना भी है, जीना भी है…

आगे जोड़ते हुए पीएम मोदी ने कहा, हम कितने तनावपूर्ण माहौल में क्यों न हों, कुछ मिनट का ध्यान हमें relax कर देता है, हमारी productivity बढ़ा देता है। पीएम मोदी ने कहा, ‘हमें योग को जानना भी है। योग को जीना भी है। योग को पाना भी है और योग को अपनाना भी है।’ इस दौरान उन्होंने योग स्थली मैसूर को आध्यात्मिक ऊर्जा का केंद्र बताया। पीएम मोदी ने योग दिवस को मिलती वैश्विक स्वीकार्यता को भारत की ‘अमृत भावना’ से जोड़ा। उन्होंने कहा कि इस ‘अमृत भावना’ ने ही हमें स्वतंत्रता संग्राम के लिए ऊर्जा प्रदान की थी।

योग दिवस पर अपनाए जा रहे नए प्रयोग का विशेष रूप से पीएम मोदी ने किया उल्लेख

योग दिवस पर अपनाए जा रहे नए प्रयोग का विशेष रूप से प्रधानमंत्री ने उल्लेख किया। उन्होंने कहा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इस बार ‘गार्डियन रिंग ऑफ योगा’ किया जा रहा है। इसके लिए दुनिया के अलग-अलग देशों में सूर्योदय के साथ, सूर्य की गति के साथ लोग योग कर रहे हैं। दुनिया के लोगों के लिए योग आज हमारे लिए केवल part of life नहीं, बल्कि योग अब way of life बन रहा है।

प्रधानमंत्री ने मैसूर पैलेस ग्राउंड में आज योग दिवस पर सभी के साथ योग किया। इस दौरान कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई और केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल भी उनके साथ मौजूद रहे। उल्लेखनीय है कि हर वर्ष 21 जून को दुनिया में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है। यह दिन इस कारण भी महत्वपूर्ण है कि यह उत्तरी गोलार्ध में सबसे बड़ा दिन होता है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *