प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 21 जून को न्यूयार्क में संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल होंगे। आज आकाशवाणी से मन की बात कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि योग दिवस को लेकर युवाओं में बहुत अधिक उत्साह है। उन्होंने कहा कि इस वर्ष के योग दिवस का विषय है – वसुधैव कुटुम्बकम के लिए योग यानी एक विश्व एक परिवार के रूप में सबके कल्याण के लिए योग। प्रधानमंत्री ने प्रत्येक देशवासी से योग को अपने जीवन में अपनाने और इसे रोजमर्रा के अपने जीवन का हिस्सा बनाने की अपील की है। प्रधानमंत्री ने चक्रवात बिपरजॉय से निपटने के प्रयासों की सराहना भी की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि बीते वर्षों में भारत ने आपदा प्रबंधन की जो ताकत विकसित की है, वो आज एक उदाहरण बन रही है। उन्होंने कहा कि प्रकृति का संरक्षण, प्राकृतिक आपदाओं से मुकाबला करने का एक बड़ा तरीका है। प्रधानमंत्री ने कहा कि कैच द रेन अभियान के माध्यम से देश में जल-संरक्षण के सामूहिक प्रयास हो रहे हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि देश को वर्ष 2025 तक टीबी से मुक्ति करने का लक्ष्य रखा गया है। इस दिशा में निक्षय-मित्रों ने महत्व्पूर्ण कार्य किया है। उन्होंने कहा कि गांव-देहात में, पंचायतों में, हजारों लोगों ने खुद आगे आकर टी.बी. मरीजों को गोद लिया है। प्रधानमंत्री ने नैनीताल के एक गांव के निक्षय मित्र दीकर सिंह मेवाड़ी का भी जिक्र किया जिन्होंने टी.बी.के छह मरीजों को गोद लिया है।
