सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने आज शराब कंपनियों और आम आदमी पार्टी की सरकार के बीच गठजोड़ का आरोप लगाते हुए दिल्ली सरकार की नई एक्साइज नीति पर सवाल उठाया। एक्साइज नीति में अनियमितता के बारे में मनीष सिसोदिया के ठिकानों पर सीबीआई के छापों के संबंध में श्री ठाकुर ने संवाददाताओं से बातचीत में यह जानना चाहा कि यदि कोई भ्रष्टाचार नहीं हुआ तो नई एक्साइज नीति क्यों वापस ली गई। उन्होंने यह सवाल भी पूछा कि भ्रष्टाचार की सूची में शामिल कंपनियों को निविदाएं क्यों दी गई और शराब माफियाओं को कथित रूप से 144 करोड़ रूपए क्यों लौटाए गए। उन्होंने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के पास इन सवालों के कोई जवाब नहीं है। श्री ठाकुर ने आरोप लगाया कि शराब घोटाले का मुख्य आरोपी श्री सिसोदिया है, लेकिन दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल इसके मुख्य करता-धरता हैं।
इस बीच, दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने दावा किया है कि एक्साइज नीति पूरी पारदर्शिता के साथ लागू की गई थी और इसमें कोई घोटाला नहीं हुआ। श्री सिसोदिया ने संवाददाताओं से बातचीत में आरोप लगाया कि भाजपा को शराब घोटाले की चिंता नहीं है, बल्कि यह राष्ट्रीय राजनीति में श्री केजरीवाल के बढते कद से चिंतित है। उन्होंने कहा कि 2024 का लोकसभा चुनाव आम आदमी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी के बीच होगा।