आज से वैदिक मंत्रोच्चारण, विधि विधान व पूर्ण पुलिस सुरक्षा के बीच प्रात: काल ब्रह्म मुहुर्त पर चतुर्थ केदार भगवान श्री रुद्रनाथ जी के दिव्य कपाट श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोल दिए गए हैं।
पंच केदार के चतुर्थ केदार रुद्रनाथ समुद्र तल से 3600 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है यह मन्दिरउत्तराखंड के जनपद चमोली में विकासखंड दशोली में गोपेश्वर से निकट और ग्राम सगर,गँगोल गाँव से मात्र 19 कि मी(पैदल मार्ग) की दूरी पर स्थित है ,चतुर्थ केदार रूद्रनाथ बाबा के कपाट आज वैदिक पूजा पाठ के साथ आप सभी शिव भक्तों के लिए खुल गये हैं।अब छः माह तक भोलेनाथ के मुख दर्शन आप सभी भक्त कर सकेंगे।
अत्यंत सुंदर एवं प्रकृति की अनूठी छटा यहां मिलती है हिमालय का अद्भुत सौंदर्य का वर्णन भगवान शंकर के इस महा आलय मैं मिलता है रुद्रनाथ भगवान की शीतकालीन पूजा गोपेश्वर गोपीनाथ मंदिर में होती है, इस दौरान रूद्रनाध के प्रमुख पुजारी ग्राम गोपेश्वर के हरीश भट्ट जी बाबा रूद्रनाथ की पूजा करेंगे। मान्यता है बाबा रूद्रनाथ जी के दर्शनों से सभी भक्तों की समस्त मनौकामनाँए पूर्ण होती हैं।
रुद्रनाथ पहुंचने के लिए कई मार्ग हैं मुख्य मार्ग जिला मुख्यालय सगर से 19 किलोमीटर पदयात्रा कर यहां पहुंचा जाता है यहां नए मखमली बुग्याल की भरमार है पनार प्रकृति का एक स्वर्ग है जहां से चारों ओर हिमालय दिखता है कई मिलो तक पसरा हुआ है यहां पहुंचने वालों को ठगा सा महसूस होता है रुकने के लिए कुछ जगह पर दुकानें हैं यह केदारनाथ वन्य जीव प्रभाग के सेंचुरी एरिया में मंदिर क्षेत्र एवं रास्ता आता है रुद्रनाथ में रुकने के लिए छोटी-छोटी धर्मशाला हैं और यहां लोग आज विश्राम करते हैं एक रास्ता पंचम केदार कल्पेश्वर से देवग्राम,गीरा,वासा कलगोठ, डुमक होकर तोली पनार वहां से रुद्रनाथ पहुंचा जाता है एक रास्ता पंचगंगा से अनुसूया होते हुए मंडल पहुंचता है एक रास्ता पनार होकर तोलीहोते पीपलकोटी पहुंचता है।
