भारत और नाइजीरिया के बीच रक्षा सहयोग को बढ़ावा देने के मकसद से हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) नाइजीरियाई सेना के छह और विमानन अधिकारियों को चेतक हेलीकॉप्टर उड़ाने का प्रशिक्षण देगा। प्रथम चरण में नाइजीरियाई सेना के छह अधिकारियों को पिछले साल प्रशिक्षण दिया जा चुका है। दूसरे चरण में प्रशिक्षण देने के लिए सोमवार को एक अनुबंध पर हस्ताक्षर किए गए।
पहले चरण में भी 6 अधिकारियों को दिया गया था प्रशिक्षण
दरअसल, एचएएल और नाइजीरिया सेना के बीच पहले चरण में 06 अधिकारियों को चेतक हेलीकॉप्टर उड़ाने का प्रशिक्षण देने के लिए 24 अप्रैल, 2021 को एक समझौते पर वर्चुअली हस्ताक्षर किये गए थे। भारत और नाइजीरिया के बीच रक्षा निर्यात को बढ़ावा देने के लिए यह समझौता किया गया था। जुलाई 2021 में प्रशिक्षण लेने के लिए भारत पहुंचे नाइजीरियाई अधिकारियों को दिसंबर 2021 में हेलीकॉप्टर उड़ाने का प्रशिक्षण दिया गया था। अब हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड ने सोमवार को नाइजीरियाई सेना के छह अधिकारियों को चेतक हेलीकॉप्टर पर दूसरे चरण के उड़ान प्रशिक्षण के लिए नाइजीरियाई सेना के साथ एक अनुबंध पर हस्ताक्षर किए हैं।
प्रत्येक अधिकारी को 70 घंटे का मिलेगा प्रशिक्षण
एचएएल के साथ अनुबंध पर हेलीकॉप्टर डिवीजन के महाप्रबंधक बीके त्रिपाठी और भारत में नाइजीरिया के उच्चायोग में रक्षा सलाहकार कमोडोर एंथनी विक्टर कुजोह ने बेंगलुरु में आयोजित एक कार्यक्रम में हस्ताक्षर किए। त्रिपाठी ने कहा कि उन्नत लाइट हेलीकॉप्टर (एएलएच) और लाइट यूटिलिटी हेलीकॉप्टर (एलयूएच) जैसे प्लेटफॉर्म, क्षमताओं की विस्तृत श्रृंखला के साथ नाइजीरियाई सेना के लिए बड़ी ताकत हो सकते हैं। कमांडर कुजोह ने कहा कि नाइजीरिया न केवल प्रशिक्षण के लिए एचएएल के साथ व्यापार संबंधों को और बढ़ाना चाहता है बल्कि विमान भी खरीदना चाहता है। चेतक हेलीकॉप्टर का उड़ान प्रशिक्षण दिसंबर 2022 तक पूरा करने की योजना है। प्रशिक्षण के हिस्से के रूप में प्रत्येक नाइजीरियाई सेना के विमानन अधिकारी को 70 घंटे का प्रशिक्षण दिया जाएगा।
‘गुरिल्ला युद्ध’ का भी ले चुके हैं प्रशिक्षण
भारतीय सेना की चार सदस्यीय मोबाइल टीम ने पिछले साल नाइजीरिया सेना को ‘गुरिल्ला युद्ध’ का तीन महीने प्रशिक्षण दिया था। नाइजीरिया की पैदल सेना और विशेष बलों के 200 सैनिकों के लिए नाइजीरिया में आतंकवाद निरोधी प्रशिक्षण शिविर लगाया। इस टीम ने 200 नाइजीरियाई जवानों को ‘गुरिल्ला युद्ध’ की बारीकियों पर प्रशिक्षित किया था।
नाइजीरियाई सेना परिषद (एनएसी) द्वारा शासित नाइजीरियाई सशस्त्र बलों में सेना, वायु सेना और नौसेना है। नाइजीरियाई सशस्त्र बल की स्थापना रॉयल वेस्ट अफ्रीकन फ्रंटियर फोर्स के रूप में हुई थी। 1956 में रॉयल वेस्ट अफ्रीकन फ्रंटियर फोर्स के नाइजीरिया रेजिमेंट को नाइजीरियाई सैन्य बलों का नाम दिया गया था। इसके बाद अप्रैल, 1958 में नाइजीरिया की औपनिवेशिक सरकार ने नाइजीरियाई सैन्य बलों के ब्रिटिश युद्ध कार्यालय पर नियंत्रण कर लिया। इसके बाद 1960 में स्वतंत्रता प्राप्त होने पर नाइजीरियन सशस्त्र बल का गठन किया गया।