हरिद्वार | रविवार | बैसाखी महापर्व के पावन अवसर पर हरिद्वार में मानव सेवा उत्थान समिति द्वारा आयोजित सद्भावना सम्मेलन एवं राष्ट्रीय एकता शिविर में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रतिभाग किया। इस दौरान उन्होंने राष्ट्रीय एकता, सद्भावना और सामाजिक समरसता को राष्ट्र की असली ताकत बताया।
मुख्यमंत्री ने कैबिनेट मंत्री श्री सतपाल महाराज को इस भव्य आयोजन के लिए बधाई देते हुए कहा कि यह वार्षिक सम्मेलन समाज में एकता और सेवा के मूल्यों को सशक्त करने का काम करता है।
मुख्यमंत्री श्री धामी ने कहा, “प्राचीन सनातन संस्कृति हमें ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ की भावना सिखाती है, जिसे आज प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ‘एक पृथ्वी – एक परिवार – एक भविष्य’ के रूप में वैश्विक मंचों पर प्रस्तुत कर रहे हैं।”
उन्होंने बताया कि कोरोना काल में भारत ने लगभग 100 देशों को वैक्सीन देकर मानवता की सेवा की। वहीं हाल ही में म्यांमार में आए भूकंप के बाद भारत द्वारा चलाए गए ‘ऑपरेशन ब्रह्मा’ के तहत राहत सामग्री व डॉक्टरों की टीम भेजी गई, जिसने सैकड़ों लोगों का इलाज किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने समान नागरिक संहिता लागू कर प्रदेश को कानूनी समानता की दिशा में ऐतिहासिक रूप से अग्रणी बनाया है। साथ ही सांस्कृतिक धरोहरों के संरक्षण हेतु केदारनाथ और बद्रीनाथ धाम के पुनर्निर्माण व हरिद्वार–ऋषिकेश कॉरिडोर पर भी कार्य किया जा रहा है।
उन्होंने घोषणा की कि दून विश्वविद्यालय में ‘सेंटर फॉर हिंदू स्टडीज़’ स्थापित किया गया है, जहाँ हिंदू संस्कृति व सभ्यता से जुड़े विषयों पर अध्ययन और शोध कार्य होंगे।
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि भारत की सनातन संस्कृति ‘सर्वे भवन्तु सुखिनः’ के विचार को लेकर विश्व गुरु बनने की ओर अग्रसर है।
कार्यक्रम में विधायक आदेश चौहान, भाजपा जिलाध्यक्ष आशुतोष शर्मा, विनय रोहिल्ला, जिलाधिकारी कर्मेंद्र सिंह, एसएसपी प्रमेंद्र सिंह डोभाल समेत जनपद स्तरीय अधिकारी एवं समाजसेवी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।